Raymond: बांग्लादेश ने पिछले कुछ दशकों में खुद को टेक्सटाइल सेक्टर का गढ़ बना लिया था. सस्ते लेबर की वजह से पूरी दुनिया की कंपनियां बांग्लादेश में अपना काम करवा रही थीं. मगर, शेख हसीना सरकार के तख्तापलट के बाद अब परिस्थितियां बिल्कुल बदल गई हैं. कई कंपनियों के काम वहां रुक गए हैं और कई के पेमेंट भी फंसे हुए हैं. यह स्थिति रेमंड (Raymond) जैसी स्थापित कंपनियों के लिए बहुत फायदेमंद साबित हो रही है. कंपनी को पूरी दुनिया से काम के लिए कॉल आ रहे हैं. बांग्लादेश में आपदा की वजह से आए इस अवसर का पूरा लाभ उठाने के लिए रेमंड कमर कस चुकी है. 


गौतम सिंघानिया ने कहा- हम दुनिया की डिमांड पूरा करने में सक्षम 


रेमंड के चेयरमैन गौतम सिंघानिया (Gautam Singhania) ने बताया कि हमारे पास पूछताछ के लिए लगातार कॉल आ रहे हैं. रेमंड को भारत की दिग्गज टेक्सटाइल एवं अपैरल कंपनियों में गिना जाता है. गौतम सिंघानिया ने कहा कि हमने पिछले कुछ सालों में अपनी गारमेंट प्रोडक्शन क्षमता में काफी इजाफा किया है. हम भारत समेत दुनिया से आ रहे सभी ऑफर्स को पूरा करने में सक्षम हैं. हम बांग्लादेश संकट की वजह से बनी परस्थितियों का पूरा लाभ उठाएंगे. 


बांग्लादेश से अपना बिजनेस भारत ला सकती हैं कई कंपनियां 


गौतम सिंघानिया ने कहा कि हमें पूरी उम्मीद है कि कई कंपनियां अपना गारमेंट बिजनेस बांग्लादेश से भारत शिफ्ट करेंगी. हमें कई कॉल आए हैं. ऐसी चीजों में थोड़ा समय लगता है. हालांकि, हम इसे लेकर सकारात्मक हैं. भारतीय कंपनियों की क्षमता बांग्लादेश की कंपनियों से बड़ी है. इसके अलावा इंटरनेशनल ब्रांड को भारत से सामान लेने में समय भी कम लगेगा. उन्होंने कहा कि बांग्लादेश में गारमेंट का बेस है. मगर, वो फैब्रिक सप्लाई में मात खा जाते हैं. भारत को इन दोनों चीजों की कोई कमी नहीं है. 


रेमंड के पास फैब्रिक से लेकर गारमेंट प्रोडक्शन तक की क्षमता


रेमंड चेयरमैन ने कहा कि हम इस चुनौती के लिए तैयार हैं. रेमंड इस अवसर का पूरा लाभ उठाएगी. उन्होंने कहा कि भारतीय लेबर बांग्लादेश से महंगा है. मगर, कंपनियों को समझना होगा कि हम फैब्रिक से लेकर गारमेंट प्रोडक्शन तक की क्षमता रखते हैं. हम उनका समय बचाकर तेजी से उनकी डिमांड पूरी कर सकते हैं. गौतम सिंघानिया ने कहा कि बांग्लादेश के अलावा उन्हें ग्लोबल कंपनियों की चीन+1 की रणनीति से भी फायदा होगा. कई कंपनियां चीन के साथ ही भारत में भी प्रोडक्शन शुरू करना चाहती हैं.


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