HDFC Bank: एचडीएफसी बैंक और HDFC के विलय का रास्ता साफ, RBI ने दी मंजूरी, जानें आगे क्या होगा
HDFC Bank-HDFC Merger: इस हफ्ते की शुरुआत में मर्जर के लिए बीएसई और एनएसई से मंजूरी मिल गयी थी. एचडीएफसी बैंक ने इसकी जानकारी दी और अब आरबीआई की मंजूरी के बाद दोनों के मर्जर में कोई दिक्कत नहीं आएगी.
HDFC Bank-HDFC Merger: एचडीएफसी बैंक ने सोमवार को कहा कि उसे उसकी मूल कंपनी एचडीएफसी लिमिटेड के साथ विलय (मर्जर) के प्रस्ताव के लिए भारतीय रिजर्व बैंक (आरबीआई) की मंजूरी मिल गयी है. 4 अप्रैल को एचडीएफसी बैंक और एचडीएफसी के विलय का एलान किया गया था.
HDFC Bank ने कहा
एचडीएफसी बैंक ने कहा "एचडीएफसी को आरबीआई का 4 जुलाई, 2022 का पत्र मिला है जिसमें आरबीआई ने योजना के लिए अपनी 'अनापत्ति' व्यक्त की है और इसके लिए कुछ शर्तों का उसमें उल्लेख है." मर्जर के लिए कुछ वैधानिक और रेगुलेटरी मंजूरी जरूरी होंगी. इस हफ्ते की शुरुआत में प्रस्तावित मर्जर के लिए बीएसई और एनएसई से मंजूरी मिल गयी थी. एचडीएफसी बैंक ने इसकी जानकारी दी थी और अब आरबीआई की मंजूरी के बाद दोनों के मर्जर में कोई दिक्कत नहीं आएगी.
विलय की बड़ी बातें
एचडीएफसी और एचडीएफसी बैंक का मर्जर करीब 40 हजार डॉलर का सौदा साबित होने जा रहा है और माना जा रहा है कि वित्त वर्ष 2024 की दूसरी या तीसरी तिमाही तक ये मर्जर पूरा हो जाएगा. दोनों कंपनियों का संयुक्त ऐसेट करीब 18 लाख करोड़ रुपये का बताया जा रहा है.
ग्राहकों पर पड़ेगा क्या असर
इस मर्जर डील का ग्राहकों और शेयरहोल्डर्स पर भी असर देखा जाएगा. एचडीएफसी के प्रत्येक शेयरहोल्डर को एचडीएफसी के 25 शेयरों के बदले एचडीएफसी बैंक के 42 शेयर मिलेंगे. इसके अंतर्गत एचडीएफसी के मौजूदा शेयरहोल्डर्स के पास एचडीएफसी बैंक का 41 फीसदी हिस्सा रहेगा और एचडीएफसी बैंक पूरी तरह यानी 100 फीसदी पब्लिक शेयरहोल्डर्स के स्वामित्व में हो जाएगा.
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