RBI Central Board Meeting: सितंबर महीने में खुदरा महंगाई दर (Retail Inflation Rate) में तेज उछाल के बीच भारतीय रिजर्व बैंक (RBI) के गवर्नर शक्तिकांत दास (Shaktikanta Das) की अध्यक्षता में आरबीआई के सेंट्रल बोर्ड ऑफ डायरेक्टर्स की बैठक हुई है. बैठक में मौजूदा आर्थिक हालातों और वैश्विक तनाव के चलते पेश हो रही चुनौतियों पर चर्चा हुई. आरबीआई के सेंट्रल बोर्ड ने इस बैठक में अपने पूर्व डायरेक्टर और देश के 'रत्न' रतन टाटा (Ratan Tata) को श्रद्धांजलि देते हुए उनकी याद में एक शोक संदेश के रिजॉल्युशन को भी पारित किया.


ओडिशा की राजधानी भुवनेश्वर में गवर्नर शक्तिकांत दास की अध्यक्षता में भारतीय रिजर्व बैंक के सेंट्रल बोर्ड ऑफ डायरेक्टर्स की 611वीं बैठक हुई. आरबीआई बोर्ड ने इस बैठक में मौजूदा आर्थिक और वित्तीय हालों की समीक्षा की. साथ इजरायल-ईरान तनातनी और रूस-यूक्रेन युद्ध के चलते जो वैश्विक तनाव देखने को मिल रहा है उससे पैदा हो रहे चुनौतियों की भी समीक्षा की है. दरअसल मिडिल ईस्ट में तनाव बढ़ा तो इसके चलते ग्लोबल कमोडिटी कीमतों में उछाल देखने को मिल सकता है तो इसके चलते सप्लाई चेन भी बाधित हो सकती है.   


आरबीआई के सामने सबसे बड़ी चुनौती महंगाई के मोर्चे पर खड़ी हो गई है. सितंबर महीने में खाद्य महंगाई और सब्जियों की कीमतों में तेज उछाल के चलते खुदरा महंगाई दर नौ महीने के उच्च स्तर 5.49 फीसदी पर जा पहुंची है जो उसके 4 फीसदी के टोलरेंस बैंड से कहीं ज्यादा है. कोर इंफ्लेशन (Core Inflation) भी 3.5 फीसदी सितंबर महीने में जा पहुंची जिसने आरबीआई की परेशानी बढ़ा दी है. खुदरा महंगाई दर में उछाल के बाद इस बात के आसार बेहद कम हैं कि 4-6 दिसंबर 2024 को होने वाली मॉनिटरी पॉलिसी कमिटी की बैठक (MPC Meeting)  में ब्याज दरों में कमी पर कोई फैसला होगा जिसके संकेत 9 अक्टूबर 2024 को मिले थे. 


आरबीआई सेंट्रल बोर्ड ने ओम्बड्समैन स्कीम से लेकर चुनिंदा सेट्रल ऑफिस डिपार्टमेंट और आरबीआई के सेंट्रल बोर्ड की सब-कमिटी के कार्यकलापों की भी समीक्षा की है. 


ये भी पढ़ें 


DA Hike News: दिवाली से पहले बढ़ गया महंगाई भत्ता, जानिए केंद्रीय कर्मचारियों का कितना बढ़कर आएगा वेतन