Forex Reserve Data: 6 अरब डॉलर के उछाल के साथ विदेशी मुद्रा भंडार पहुंचा 578.78 बिलियन डॉलर
RBI Data: साल 2022 की शुरुआत में भारत का विदेशी मुद्रा भंडार 633 बिलियन डॉलर हुआ करता था अक्टूबर 2021 में 645 अरब अमेरिकी डॉलर के सर्वकालिक उच्च स्तर पर पहुंच गया था.
India Forex Reserve Data: विदेशी मुद्रा भंडार (Foreign Exchange Reserves) में फिर उछाल देखने को मिला है. भारतीय रिजर्व बैंक ने डाटा जारी किया है उसके मुताबिक 24 मार्च 2023 को विदेशी मुद्रा भंडार 5.98 बिलियन डॉलर के उछाल के साथ बढ़कर 578.78 अरब डॉलर पर जा पहुंचा है. इससे पहले हफ्ते में विदेशी मुद्रा भंडार 572.8 बिलियन डॉलर रहा था.
विदेशी मुद्रा भंडार में ये बड़ा उछाल आरबीआई के विदेशी करेंसी एसेट्स में तेज उछाल के चलते आया है. आरबीआई (RBI) के डाटा के मुताबिक विदेशी करेंसी एसेट्स में 4.38 अरब डॉलर का उछाल आया और ये बढ़कर 509.72 अरब डॉलर पर जा पहुंचा है. भारत के सोने का रिजर्व 1.37 बिलियन डॉलर के उछाल के साथ 45.48 बिलियन डॉलर पर जा पहुंचा है. एसडीआर में 18.41 मिलियन डॉलर का उछाल देखने को मिला है तो आईएमएफ में भारत के रिजर्व 5.15 मिलियन डॉलर का उछाल आया है.
साल 2022 की शुरुआत में भारत का विदेशी मुद्रा भंडार 633 बिलियन डॉलर हुआ करता तो अक्टूबर 2021 में देश का विदेशी मुद्रा भंडार 645 अरब अमेरिकी डॉलर के सर्वकालिक उच्च स्तर पर पहुंच गया था. वैश्विक घटनाक्रमों के बीच केंद्रीय बैंक के रुपये की विनियम दर में तेज गिरावट को रोकने के लिए मुद्रा भंडार का उपयोग करने की वजह से बाद में इसमें गिरावट देखी जा रही है. आज रुपये एक डॉलर के मुकाबले 82.16 रुपये पर क्लोज हुआ है.
विदेशी मुद्रा भंडार में पिछले महीनों में जो कमी आई है वो इसलिए भी क्योंकि आयात महंगा हुआ है. तो आरबीआई और फेड रिजर्व के सख्त मॉनिटरी पॉलिसी के चलते रुपया कमजोर हुआ है. निवेशक इमर्जिंग मार्केट से अपने निवेश को निकाल ऐसे अमेरिका जैसे स्थिर देशों में निवेश कर रहे हैं. जिससे सख्त मॉनिटरी पॉलिसी के दौरान भी निवेशकों को बेहद रिटर्न मिल सके.
आरबीआई समय समय पर लिक्विडिटी मैनेजमेंट के जरिए मार्केट में दखल देता है जिसमें आरबीआई डॉलर भी बेचता है जिससे घरेलू करेंसी को और कमजोर होने से बचाया जा सके.
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