RBI On I-CRR:  आरबीआई ने इंक्रीमेंटल कैश रिजर्व रेशियो को 7 अक्टूबर 2023 से खत्म करने का ऐलान किया है. अगले एक महीने में चरणबद्ध तरीके से इंक्रीमेंटल कैश रिजर्व रेशियो में कमी की जाएगी. 2000 रुपये के नोट के वापस लेने के ऐलान के बाद बैंकों के पास नगदी बढ़ गई थी जिसे घटाने के लिए 10 अगस्त 2023 को मॉनिटरी पॉलिसी का ऐलान करते हुए आरबीआई गवर्नर ने बैंकों को नगदी घटाने के लिए 10 फीसदी इंक्रीमेंटल कैश रिजर्व रेशियो रखने का प्रावधान कर दिया था. 


आरबीआई ने प्रेस रिलीज जारी कर कहा कि उसने समीक्षा करने के बाद इंक्रीमेंटल कैश रिजर्व रेशियो को चरणबद्ध तरीके से वापस लेने का फैसला किया है. आरबीआई ने कहा कि इंक्रीमेंटल कैश रिजर्व रेशियो के तहत जो रकम जमा किए गए हैं उसे फेज तरीके से जारी किया जाएगा जिससे मनी मार्केट बेहतर तरीके से काम कर सके. 


आरबीआई के मुताबिक 9 सितंबर 2023 से इंक्रीमेंटल कैश रिजर्व रेशियो के तहत जो रकम बैंकों ने आरबीआई के आदेश के बाद अलग कर रखा था उसमें से 25 फीसदी रकम बैंकिंग सिस्टम में डाला जाएगा. 23 सितंबर 2023 से 25 फीसदी और रकम बैंकिंग सिस्टम में आ जाएगा. और 7 अक्टूबर को बाकी बचे 50 फीसदी रकम भी बैंकिंग सिस्टम में डाल दिया जाएगा. 


10 अगस्त, 2023 को आरबीआई मॉनिटरी पॉलिसी बैठक में बैंकों को 10 फीसदी इंक्रीमेंटल कैश रिजर्व रेशियो अलग से रखने के आरबीआई के आदेश के बाद बैंकों के पास नगदी की कमी देखने को मिली थी. आरबीआई ने 2000 रुपये के नोट बैंकों में जमा होने के बाद नगदी बढ़ने के चलते ये फैसला लिया था. 


लेकिन अब जब त्योहारी सीजन आने को है नगदी की मांग बढ़ने वाली है. ऐसे में बैंक लगातार इसे वापस लेने की गुहार लगा रहे थे. त्योहारी सीजन में बैंक ज्यादा से ज्यादा कर्ज दे सके इसलिए आरबीआई ने इंक्रीमेंटल कैश रिजर्व रेशियो के अपने निर्णय को वापस लेने का फैसला किया है. 


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