Home Loan Limit Hike: अगर आप कोऑपरेटिव बैंकों (Cooperative Banks) से होम लोन लेने की सोच रहे हैं तो आपके लिए खुशखबरी है. घरों की कीमतों में हो रहे लगातार इजाफे ( Increase In Housing Prices) के मद्देनजर आरबीआई ( RBI) ने शहरी कोऑपरेटिव बैंकों (Urban Co-operative Banks) और ग्रामीण कोऑपरेटिव बैंकों (Rural Co-operative Banks) को ज्यादा होम लोन ( Home Loan) देने की इजाजत दे दी है. कोऑपरेटिव बैंक पहले के मुकाबले होम लोन लेने वाले ग्राहकों को दोगुना लोन दे सकेंगे.
कोऑपरेटिव बैंकों के लिए होम लोन देने की लिमिट
आरबीआई की मॉनिटरी पॉलिसी बैठक ( RBI MPC Meeting) के बाद गर्वनर शक्तिकांत दास ( Shaktikanta Das) ने इस फैसले का ऐलान किया है. आरबीआई के ऐलान के मुताबिक टीयर -1 सिटी ( Tier-1 City) में पहले शहरी कोऑपरेटिव बैंक (Urban Co-operative Banks) केवल 30 लाख रुपये तक ही होम लोन दे सकते थे जिसे बढ़ाकर आरबीआई ने 60 लाख रुपये करने का ऐलान किया है. वहीं टीयर -2 सिटी ( Tier-2 City) के लिए शहरी कोऑपरेटिव बैंक द्वारा होम लोन दिए जाने की लिमिट को 70 लाख रुपये से बढ़ाकर 1.40 करोड़ रुपये कर दिया है.
ग्रामीण कोऑपरेटिव बैंकों (Rural Co-operative Banks) के लिए होम लोन देने की लिमिट को 100 फीसदी से भी ज्यादा बढ़ा दिया गया है. जिन ग्रामीण कोऑपरेटिव बैंकों का नेटवर्थ 100 करोड़ रुपये कम है उनके लिए होम लोन देने की लिमिट को 20 लाख रुपये से बढ़ाकर 50 लाख रुपये कर दिया गया है. वहीं जिन ग्रामीण कोऑपरेटिव बैंकों का नेटवर्थ 100 करोड़ रुपये से ज्यादा है उनके लिए होम लोन देने की लमिट को मौजूदा 30 लाख रुपये से बढ़ाकर 75 लाख रुपये कर दिया गया है.
हाउसिंग कीमतों में बढ़ोतरी के चलते फैसला
पिछली बार ये लिमिट 11 साल पहले बढ़ाई गई थी. लेकिन हाल के दिनों में हाउसिंग कीमतों में बढ़ोतरी और होम बायर्स के जरुरतों को ध्यान में रखते हुए आरबीआई ने शहरी और ग्रामीण कोऑपरेटिव बैंकों द्वारा होम लोन देने की लिमिट को बढ़ाने का फैसला किया है. वहीं आरबीआई ने स्टेट कोऑपरेटिव बैंकों और डिस्ट्रिक्ट सेंट्रल कोऑपरेटिव बैंकों को कमर्शियल रियल एस्टेट प्रोजेक्ट्स को कर्ज देने की अनुमति दे दी है. इससे ग्रामीण इलाकों में हाउसिंग सेक्टर को बढ़ावा देने में बड़ी मदद मिलेगी.
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