भारत में तीन तरह के मोबाइल वॉलेट हैं जिनमें क्लोज्ड वॉलेट, सेमी वॉलेट और ओपन वॉलेट शामिल हैं. इस समय पेटीएम, मोबिक्विक, फ्रीचार्ज जैसे कई तरह के मोबाइल वॉलेट देश में चल रहे हैं.
गौरतलब है कि देश में नोटबंदी के खासतौर पर मोबाइल वॉलेट्स का प्रचलन बढ़ा और अब पहले की तुलना में कई ज्यादा लोग ऑनलाइन ट्रांजेक्शन्स और लेनदेन के लिए मोबाइल वॉलेट्स का इस्तेमाल करते हैं.
- क्लोज्ड वॉलेटः क्लोज्ड वॉलेट को किसी कंपनी विशेष (या ऑनलाइन मर्चेंट) के सामान और सर्विस के लिए ही इस्तेमाल किया जा सकता है. जैसे मेकमायट्रिप, जबॉन्ग जैसे जो वॉलेट हैं उनमें किसी तरह का कैश जमा नहीं किया जा सकता है. क्लोज्ड वॉलेट पर किसी प्रोडक्ट की वापसी या कोई ऑर्डर कैंसल होने पर अगर आपके पास कोई रिफंड आता है तो सिर्फ उसी मर्चेंट पर खरीददारी के लिए कर सकते हैं.
- सेमी-क्लोज्ड वॉलेटः सेमी-क्लोज्ड वॉलेट से भी कोई कैश नहीं निकाला जा सकता. इस वॉलेट से अलग-अलग मर्चेट लोकेशन पर सामान और सर्विस के लिए किए जाने वाले पेमेंट का भुगतान किया जा सकता है जैसे पेटीएम, मोबिक्विक, पेयूमनी, ऑक्सीजन, फ्रीचार्ज ऐसे वॉलेट के उदाहरण हैं. भारत में सबसे ज्यादा इस्तेमाल इसी तरह के वॉलेट का होता है.
- ओपन वॉलेट से कैश निकाला जा सकता है. इसके अलावा इनका इस्तेमाल भी सेमी-क्लोज्ड वॉलेट की तरह ही किया जा सकता है.