RBI Governor: आरबीआई गर्वनर शक्तिकांत दास ने डिजिटल लेन-देन को बढ़ावा देने के लिए तीन नए डिजिटल भुगतान पहल की शुरुआत की है. मुंबई में आयोजित ग्लोबल फिनटेक फेस्ट 2022 में आरबीआई गर्वनर ने यूपीआई पर रुपे क्रेडिट कार्ड, यूपीआई लाइट और भारत बिलपे क्रॉस-बॉर्डर बिल पेमेंट सोल्यूशंस सेवा को लॉन्च किया है. माना जा रहा है कि इन सेवाओं के शुरू होने के बाद 30 करोड़ और नए लोग डिजिटल पेमेंट के इस सिस्टम के साथ जुड़ सकेंगे.
शक्तिकांत दास ने कहा कि आरबीआई ग्राहकों की सुरक्षा के ध्यान में रखते हुए फिनटेक कंपनियों के इंनोवेशन को सभी प्रकार से सपोर्ट करने के लिए तैयार है. उन्होंने फिनटेक कंपनियों से कहा कि आप इंवोनेशन के लिए एक कदम बढ़ायें हम दो कदम आगे बढ़ायेंगे. उन्होंने कहा कि ग्राहकों की सुविधा के लिए हम इंवोनेशन का सवागत करेंगे.
रुपे क्रेडिट कार्ड के साथ यूपीआई लिंक का फायदा!
रुपे क्रेडिट कार्ड के साथ यूपीआई लिंक से कस्टमर्स और मर्चेंट दोनों को लाभ होगा. क्यूआर कोड के माध्यम से कस्टमर्स क्रेडिट कार्ड का उपयोग कर सकेंगे. रुपे क्रेडिट कार्ड वर्चुअल पेमेंट एड्रेस (वीपीए) यानी यूपीआई आईडी से जुड़ा होगा. इस प्रकार सीधे और सुरक्षित भुगतान लेनदेन किया जा सकेगा. सबसे पहले पंजाब नेशनल बैंक, यूनियन बैंक ऑफ इंडिया और इंडियन बैंक के ग्राहक BHIM ऐप के साथ UPI पर RuPay क्रेडिट कार्ड का उपयोग कर सकेंगे.
क्या है UPI Lite
छोटे वैल्यू का ट्रांजैक्शन बेहद सरल और आसान तरीके से यूपीआई लाइट के जरिए किया जा सकेगा. भारत में 50 फीसदी से ज्यादा 200 रुपये से कम वैल्यू वाले यूपीआई भुगतान किया जाता है. BHIM App पर यूपीआई लाइट के जुड़ जाने के बाद उपयोगकर्ता निकट- ऑफलाइन मोड में छोटे मूल्य के लेनदेन कर सकेंगे. ये यूपीआई प्लेटफॉर्म पर एक दिन में एक अरब लेनदेन को हासिल करने में मदद करेगा. UPI लाइट भुगतान लेनदेन की ऊपरी सीमा ₹200 होगी जबकि डिवाइस पर वॉलेट के लिए UPI लाइट शेष राशि की कुल सीमा किसी भी समय ₹2,000 होगी. केनरा बैंक, एचडीएफसी बैंक, इंडियन बैंक, कोटक महिंद्रा बैंक, पंजाब नेशनल बैंक, स्टेट बैंक ऑफ इंडिया यूनियन बैंक ऑफ इंडिया और उत्कर्ष स्मॉल फाइनेंस बैंक सहित आठ बैंक को इस सेवा के साथ जोड़ा गया है.
क्या है भारत बिलपे क्रॉस-बार्डर बिल पेमेंट?
आरबीआई गर्वनर ने इस वर्ष अप्रैल में मॉनिटरी पॉलिसी की घोषणा करते हुए कहा था कि विदेशों में रह रहे भारतीयों को अपने वतन में रह रहे परिवार के सदस्यों के बिल के भुगतान करने में आसानी के लिए बिल पेमेंट सिस्टम की शुरुआत की जाएगी. विदेशों में 3 करोड़ से ज्यादा भारतीय रह रहे हैं. भारत दुनिया के पांच बड़े रेमिटेंस हासिल करने वाले देशों में शामिल है. भारत बिलपे क्रॉस-बार्डर बिल पेमेंट फैसिलिटी (Bharat BillPay Cross-Border Bill Payments facility) के शुरू होने के बाद गैर-प्रवासी भारतीय देश में परिवार के सदस्यों के बिजली से लेकर पानी का बिल और स्कूल फीस का भुगतान कर सकेंगे. संयुक्त अरब अमीरत के Lulu Exchange के साथ फेडरल बैंक सबसे पहले भारत बिलपे क्रॉस-बार्डर बिल पेमेंट फैसिलिटी उपलब्ध कराने जा रहा है.
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