1000 Rupees Notes: RBI गवर्नर Shaktikanta Das ने आज मुंबई में 2000 रुपये के नोट चलन से बाहर करने के आरबीआई के फैसले के बाद पहली बार बयान दिया है. यहां उन्होंने विस्तार से इस बात की जानकारी दी कि देश के सबसे बड़े नोट को इस समय चलने से बाहर करने का निर्णय लेने के पीछे क्या वजह हैं. RBI गवर्नर ने इस बात का जवाब दे दिया है कि क्या आरबीआई 1000 रुपये का नोट लाने वाला है....शक्तिकांत दास ने कहा है कि फिलहाल ऐसा कोई प्लान नहीं है.
कब बंद हुए थे देश में 1000 और 500 रुपये के पुराने नोट
प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने 8 नवंबर 2016 को रात 8 बजे टेलीविजन घोषणा के जरिए इस बात का ऐलान किया था कि 1000 रुपये और तत्कालीन 500 रुपये के नोटों की नोटबंदी की जा रही है. उसी रात 12 बजे के बाद 1000 रुपये और उस समय चलने वाले 500 रुपये के नोट लीगल टेंडर नहीं रहे थे. देश में नोटबंदी का ये फैसला काले धन की रोकथाम के उद्देश्य से लाए जाने की बात कही गई थी. उसके बाद बैंकों में लगातार कई दिनों तक 1000 और 500 रुपये के नोट बदलने और जमा करवाने वालों की भारी भीड़ के दृश्य आज भी जेहन में ताजा से लगते हैं.
आरबीआई गवर्नर ने कही बड़ी बात
मुंबई में आरबीआई गवर्नर शक्तिकांत दास ने 2000 रुपये के नोट को चलने से बाहर करने पर कहा कि चार महीने का समय दिया गया है और लोग 4 महीने के समय को गंभीरता से लें. नोट बदलने के लिए इतना समय काफी है. आरबीआई गवर्नर ने ये भी कहा कि भारत का करेंसी मैनेजमेंट सिस्टम काफी मजबूत है.
500 रुपये के और नोट लाए जाने पर आरबीआई गवर्नर ने क्या कहा-
आरबीआई गवर्नर शक्तिकांत दास ने कहा कि 500 रुपये के और नोट लाए जाने का फैसला जनता की मांग पर निर्भर करेगा. गौरतलब है कि बीते शुक्रवार 19 मई को शाम को आरबीआई का ये फैसला सामने आया कि 2000 रुपये के नोट को चलन से बाहर किया जा रहा है. बैंकों में इन्हें बदलने और जमा करवाने के लिए 30 सितंबर 2023 तक का समय दिया गया है. हालांकि आज आरबीआई ने ये भी कहा कि 2000 रुपये का नोट लीगल टेंडर बना रहेगा.
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