RBI News Update: महंगे कर्ज और महंगी ईएमआई से फिलहाल राहत नहीं मिलने वाली है. भारतीय रिजर्व बैंक के गवर्नर शक्तिकांत दास ने ने कहा है कि आर्थिक माहौल में अस्थिरता और महंगाई दर के 5 फीसदी के करीब होने के चलते ब्याज दरों में कटौती के बारे में कुछ भी बातें करना जल्दबाजी होगी.

  


सीएनबीसी-टीवी18 को दिए इंटरव्यू में शक्तिकांत दास ने कहा, भारत समेत पूरे विश्व में आर्थिक हालात मौजूद समय में अनिश्चित बना हुआ है. ऐसे में ब्याज दरों में कटौती को लेकर बात करना ठीक नहीं होगा. उन्होंने कहा कि खुदरा महंगाई दर अभी भी 5 फीसदी के करीब है. और जो सर्वे सामने आ रहे हैं उसके मुताबिक महंगाई दर 5 फीसदी के करीब बना रह सकता है. ऐसे में ब्याज दरों में कटौती को लेकर कुछ भी बात करना जल्दबाजी होगा. आरबीआई गवर्नर ने कहा, मैं कोई गलत गाइडेंस नहीं दूंगा जिससे मार्केट प्लेयर्स, स्टेकहोल्डर्स और दूसरे लोग गलत ट्रेन की सवारी करने लगें. 


आरबीआई के इस रूख को लेकर गवर्नर ने कहा, इसकी वजह है. आरबीआई ने महंगाई दर को 4 फीसदी तक लाने का लक्ष्य तय किया हुआ है और फिलहाल महंगाई दर 5 फीसदी के करीब बना हुआ है. उन्होंने कहा हमें उम्मीद है कि इसमें कमी आएगी और कमी आने भी लगी है. लेकिन महंगाई घटने की रफ्तार बेहद धीमी है. शक्तिकांत दास ने कहा, अगर महंगाई दर के टारगेट के करीब जल्द लाना है तो मॉनिटरी पॉलिसी को और सख्त करना होगा. आरबीआई गवर्नर ने कहा, हमने ऐसा इसलिए नहीं किया क्योंकि हमें ग्रोथ और महंगाई के बीच बैलेंस रखना है और धीरे-धीरे अपने लक्ष्य की ओर बढ़ रहे है. आरबीआई गवर्नर ने कहा, हम 4 फीसदी के लक्ष्य से काफी दूर हैं.  


आरबीआई ने 7 जून, 2024 को जारी किए गए मॉनिटरी पॉलिसी में कोई बदलाव नहीं करने का फैसला लिया था और रेपो रेट को 6.50 फीसदी पर बरकार रखा गया है. 12 जुलाई को खुदरा महंगाई दर के आंकड़े घोषित होंगे जिसपर बाजार की नजर रहेगी. 


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