High Milk Prices: और सताएगी दूध-डेयरी प्रोडक्ट्स की महंगाई, आरबीआई गवर्नर बोले- दूध के दामों में बनी रहेगी तेजी
RBI On Milk Prices: बीते दो वर्षों से दूध के दामों में तेजी देखने को मिली है. 25 फीसदी तक दूध और इससे जुड़े प्रोडक्ट्स के दाम बढ़े हैं और ये सिलसिला जारी रहने वाला है.
Milk Prices To Remain High: इस वर्ष गर्मी के मौसम में दूध की कीमतों आपकी जेब पर डाका डाल सकती है. दूध की महंगाई आपके घर का बजट को बिगाड़ सकती है. वित्त 2023-24 के लिए पहली मॉनिटरी पॉलिसी का एलान करते हुए आरबीआई गवर्नर शक्तिकांत दास ने कहा है कि इस गर्मी के सीजन में दूध के दामों में तेजी बनी रह सकती है.
दूध के दामों में तेजी रहेगी जारी
आरबीआई गवर्नर ने पॉलिसी का एलान करते हुए महंगाई पर आरबीआई के रूख की जानकारी देते हुए कहा कि डिमांड-सप्लाई दिक्कतों के अलावा चारे के दामों में तेज उछाल के चलते इस गर्मी के सीजन में दूध के दामों में तेजी बनी रह सकती है. सांख्यिकी मंत्रालय ने मार्च महीने में खुदरा महंगाई दर के जो आंकड़े जारी किए थे उसमें भी ये स्पष्ट हो रहा था कि दूध की महंगाई महीने दर महीने बढ़ी है. बीते एक साल में दूध के दामों में 20 से 25 फीसदी से ज्यादा का उछाल देखने को मिला है.
दूध की महंगाई ने किया परेशान
मार्च महीने में फरवरी 2023 के लिए खुदरा महंगाई दर के जो आंकड़े आए हैं उसके मुताबिक दूध और उससे जुड़े प्रोडक्ट्स की महंगाई दर 10 फीसदी के करीब 9.65 फीसदी पर जा पहुंची, 14 महीने पहले जनवरी 2022 में दूध और उससे जुड़े प्रोडक्ट्स की खुदरा महंगाई दर 4.09 फीसदी रही थी. बीते 14 महीने में दूध की महंगाई दर में 136 फीसदी का उछाल आया है. थोक मुल्य आधारित महंगाई दर के आंकड़ो के मुताबित फरवरी 2023 में दूध और उसके प्रोडक्ट्स की महंगाई दर बढ़कर 10.33 फीसदी रही जबकि जनवरी में 8.96 फीसदी रही थी. बीते एक साल में मदर डेयरी और अमूल पांच बार दूध के दाम बढ़ा चुके हैं.
महंगे हुए डेयरी प्रोडक्ट्स, आयात पर अब विचार
दूध और उससे बनने प्रोडक्ट्स के दामों में तेज उछाल का नतीजा ये है कि सरकार डेयरी प्रोडक्ट्स की महंगाई पर लगाम लगाने के लिए डेयरी प्रोडक्ट्स के आयात की इजाजत देने पर विचार कर रही है. कोरोना महामारी के बाद डेयरी प्रोडक्ट्स के घरेलू मांग में 8-10 फीसदी की बढ़ोतरी आई है. दूध के दामों में बढ़ोतरी दूध की बढ़ती मांग, लागत में बढ़ोतरी और ट्रांसपोर्टेशन कॉस्ट बढ़ने के चलते आई है. देश में पशुओं के लिए चारे की कमी है. मांग बढ़ने और सप्लाई सीमित होने के चलते दाम बढ़े हैं. इन सब का नतीजा ये है कि अब आरबीआई गवर्नर भी कहते लगे हैं कि दूध की महंगाई और सता सकती है.
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