नई दिल्ली: देश में पेट्रोल-डीजल के दाम आसमान छू रहे हैं. इसको लेकर सरकार विपक्ष के निशाने पर है. विपक्ष सरकार से लगातार ये मांग कर रही है कि जल्द से जल्द पेट्रोल-डीजल के दाम कम किए जाएं ताकि आम आदमी को राहत मिले. हाल के दिनों में बढ़ती कीमतों को लेकर सरकार के मंत्रियों की भी प्रतिक्रिया सामने आई. अब इस सब के बीच आरबीआई के गर्वनर ने सरकार को ऐसी सलाह दी है जिससे तेल के दाम कम हो सकें.


आरबीआई के गवर्नर शक्तिकांत दास ने सरकार को सुझाव देते हुए कहा कि पेट्रोल और डीजल पर इंडायरेक्ट टैक्स में कटौती की जाए ताकि इसकी कीमतों को घटाया जा सके. ये बात उन्होंने आरबीआई की एमपीसी की बैठक में कही, जो हाल ही में संपन्न हुई है. आरबीआई गवर्नर ने कहा कि टैक्स को धीरे-धीरे कम करना जरूरी है, ताकि कीमतों का दबाव हटाया जा सके.


बता दें कि पिछले हफ्ते केंद्रीय वित्तमंत्री निर्मला सीतारमण ने कहा था कि पेट्रोल-डीजल के दाम कम करने के लिए केंद्र और राज्य सरकारों को मिलकर काम करने की जरूरत है ताकि लोगों को राहत मिल सके.


धर्मेंद्र प्रधान का बयान


इस बीच केंद्रीय मंत्री धर्मेंद्र प्रधान ने कहा कि अंतरराष्ट्रीय बाजार में कच्चे तेल के दाम बढ़ने के कारण दाम बढ़े हैं. कोरोना वायरस की वजह से मांग कम होने से आपूर्ति में भी कटौती हुई थी. इसके साथ ही उन्होंने कहा कि तेल की आपूर्ति करने वाले देशों ने वादा किया था कि हम जनवरी-फरवरी में आपूर्ति को पहले की स्थिति में ले आएंगे, उनके नहीं लाने के कारण ये स्थिति बनी है. एशिया के सारे देश उत्पादन बढ़ाने के लिए दबाव बना रहे हैं, हमें लगता है कि इससे कुछ फर्क आना चाहिए.


दो दिन रुककर फिर बढ़े दाम


दो दिनों की स्थिरता के बाद मंगलवार को दोबारा खुदरा कीमतों में बढ़ोतरी की गई. इससे राष्ट्रीय राजधानी दिल्ली में पेट्रोल की कीमत 91 रुपये प्रति लीटर के करीब पहुंच गई और डीजल 81 रुपये प्रति लीटर को पार कर गया. पेट्रोल और डीजल की खुदरा दरों में मंगलवार को 35-35 पैसे प्रति लीटर की बढ़ोतरी की गई, इससे ईंधनों की खुदरा दरें रिकॉर्ड स्तर पर पहुंच गईं. इस बढ़ोतरी से दिल्ली में पेट्रोल की कीमत 90.93 रुपये प्रति लीटर और मुंबई में 97.34 रुपये प्रति लीटर हो गई. इसी तरह डीजल दिल्ली में 81.32 रुपये लीटर और मुंबई में 88.44 रुपये लीटर पर पहुंच गया.


Bank Account: जानें, सेविंग अकाउंट और करंट अकाउंट में क्या अंतर है?