RBI MPC Meeting Minutes: बैंकिंग सेक्टर के रेग्यूलेटर भारतीय रिजर्व बैंक के गवर्नर शक्तिकांत दास ने कहा कि महंगाई में अभी तर कमी नहीं लाई जा सकी है ऐसे में पॉलिसी फ्रंट पर कोई किसी भी प्रकार के बचकाने फैसले से उन सफलताओं को झटका लग सकता है जो अब तक आरबीआई ने हासिल किया है.
महंगाई से पूरी तरह निपटना है बाकी
आरबीआई ने गुरुवार 22 फरवरी 2024 को 6 से 8 फरवरी 2024 के बीच हुआ मॉनिटरी पॉलिसी कमिटी के बैठक के मिनट्स जारी किए हैं. इसके मुताबिक आरबीआई गवर्नर ने कहा कि मॉनिटरी पॉलिसी को बेहद सजग रहने की जरुरत है और ये समझना भूल होगी कि महंगाई से निपटने का हमारा काम पूरा हो चुका है. आरबीआई गवर्नर ने ब्याज दरों में कोई बदलाव नहीं करने के पक्ष में वोट किया.
महंगाई को लेकर सतर्क रहना है जरुरी
आरबीआई गवर्नर ने कहा कि बाजार लगातार ये अंदेशा जता रहा है कि पॉलिसी मोर्चे पर सेंट्रल बैंक बड़ा बदलाव कर सकते है लेकिन कोई भी बचकाना कदम उन सफलताओं पर पानी फेर सकता है जो अब तक हासिल किया गया है. बहरहाल आरबीआई गवर्नर की चिंता फfलहाल वाजिब भी नजर आ रही है. जनवरी महीने में खुदरा महंगाई दर में कमी आई है और ये घटकर 5.10 फीसदी पर आ गया है. लेकिन खाद्य महंगाई अभी 8.30 फीसदी बना हुआ है. दाल और सब्जियों की महंगाई के चलते खाद्य महंगाई दर ज्यादा है. जनवरी में दालों की महंगाई दर 19.54 फीसदी पर रही है तो सब्जियों की महंगाई दर 27.03 फीसदी रही है.
जियोपॉलिटिकल रिस्क का असर नहीं
आरबीआई एमपीसी की सदस्य आशिमा गोयल ने कहा कि जियोपॉलिटिकल रिस्क जारी है लेकिन इसके चलते ना तो कच्चे तेल की कीमतें बढ़ी है और ना ग्लोबल ग्रोथ रेट धीमी हुई है जैसी कि उम्मीद की जा रही थी. उन्होंने कहा कि महंगाई दर जैसे जैसे लक्ष्य के करीब आ रही है 2024 में सेंट्रेल बैंकों ने रेट कट के संकेत दिए हैं. क्योंकि उनका मानना है कि यहां से महंगाई में कमी के बावजूद ब्याज दरों में और बढ़ोतरी से उचित नहीं होगा.
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