RBI गवर्नर आज करेंगे प्रेस कॉन्फ्रेंस, लोन की EMI से लेकर बैंकों के लिए बड़े एलान की उम्मीद
RBI गवर्नर शक्तिकांत दास आज सुबह 10 बजे प्रेस कॉन्फ्रेंस करेंगे और माना जा रहा है कि इसमें रेपो रेट कटौती का एलान कर सकते हैं जिसके बाद लोगों की ईएमआई कम होने का रास्ता साफ हो सकता है.
नई दिल्लीः कोरोना वायरस से बनी परिस्थितियों को देखते हुए जहां केंद्र और राज्य सरकारें लगातार बड़े एलान कर रही है वहीं आज देश का केंद्रीय बैंक आरबीआई भी इस मुद्दे को लेकर कुछ बड़ी घोषणाएं कर सकता है. आज रिजर्व बैंक ऑफ इंडिया के गवर्नर शक्तिकांत दास सुबह 10 बजे प्रेस कॉन्फ्रेंस करेंगे और माना जा रहा है कि इसमें लोगों को मदद पहुंचाने के लिए कुछ और मदद के कदमों के एलान हो सकते हैं.
आरबीआई से किन कदमों की है उम्मीद वैसे तो आरबीआई की क्रेडिट पॉलिसी 3 अप्रैल को आने वाली है और इसमें ही आरबीआई से रेपो रेट में कमी किए जाने की उम्मीद जताई जा रही है लेकिन माना जा रहा है कि मौजूदा स्थिति के चलते आर्थिक सिस्टम में और सुधार लाने के लिए आरबीआई आज ही दरों में कटौती का एलान कर सकता है. इसके अलावा लोगों की मांग है कि उनके विभिन्न लोन की ईएमआई को लेकर सरकार की तरफ से राहत दी जाए तो आज इस मोर्चे पर भी कुछ कदम लिए जा सकते हैं. वहीं बैंकों की दशा सुधारने की कवायद में भी कुछ एलान होने की उम्मीदें हैं.
कल वित्त मंत्री ने किया 1.70 लाख करोड़ रुपये के आर्थिक पैकेज का एलान विश्व के कई देशों में आंतक मचाने के बाद भारत में कोरोना पैर पसार चुका है. इसके असर से लड़ने के लिए भारत सरकार ने कल ही देश के 80 करोड़ लोगों के लिए बड़े एलान किए हैं और 1.70 लाख करोड़ रुपये का आर्थिक राहत पैकेज का एलान किया है. सरकार लगातार कोरोना वायरस से पैदा हुई स्थिति के चलते आर्थिक मोर्चे पर बड़े-बड़े एलान कर रही है.
लगातार तीन दिनों से सरकार कर रही है घोषणाएं वित्त मंत्री और कैबिनेट मंत्री लगातार इस दिशा में काम कर रहे हैं और मंगलवार को वित्त मंत्री निर्मला सीतारमण ने लोगों को जीएसटी से लेकर बैंकों में मिनिमम बैलेंस रखने और एटीएम से कैश निकालने जैसे मु्द्दों को लेकर कई एलान किए. इसके अलावा बुधवार को कैबिनेट मंत्री प्रकाश जावड़ेकर ने देश की जनता के लिए खाद्य जरूरतों से जुड़े एलान किए. वहीं गुरुवार को भी वित्त मंत्री ने लोगों को अतिरिक्त अनाज देने से लेकर बुजुर्गों, दिव्यांगो, महिलाओं, विधवाओं, मेडिकल कर्मियों, दिहाड़ी मजदूरों, कंस्ट्रक्शन वर्कर्स के लिए कई कदमों की घोषणा की.