IIFL Finance: आरबीआई ने आईआईएफएल फाइनेंस पर की तगड़ी चोट, गोल्ड लोन बांटने पर लगी रोक
RBI Action: आरबीआई ने आईआईएफएल फाइनेंस को निर्देश दिया है कि वह नया गोल्ड लोन न बांटे. हालांकि, इस फैसले से पुराने कस्टमर्स पर कोई असर नहीं पड़ेगा.
RBI Action: रिजर्व बैंक ऑफ इंडिया (RBI) ने एक और सख्त कार्रवाई करते हुए आईआईएफएल फाइनेंस (IIFL Finance) पर तगड़ी कार्रवाई की है. आरबीआई ने आईआईएफएल फाइनेंस पर गोल्ड लोन बांटने की रोक लगा दी है. केंद्रीय बैंक ने यह कार्रवाई मटेरियल सुपरवाइजरी चिंताओं के चलते की है. हालांकि, कंपनी अपने मौजूदा गोल्ड लोन पोर्टफोलियो को सेवा देती रहेगी. आरबीआई ने कहा कि स्पेशल ऑडिट के बाद यदि संतोषजनक नतीजे आते हैं तो आईआईएफएल फाइनेंस को राहत दी जा सकती है. पेटीएम पेमेंट्स बैंक के बाद एक महीने में आरबीआई की यह दूसरी बड़ी कार्रवाई है.
इन नियमों का किया जा रहा था उल्लंघन
आरबीआई ने रिजर्व बैंक ऑफ इंडिया एक्ट, 1934 के तहत यह कार्रवाई की है. आईआईएफएल फाइनेंस को निर्देश दिया गया है कि वह तत्काल प्रभाव से किसी भी गोल्ड लोन को मंजूरी न दे. आरबीआई के मुताबिक, 31 मार्च 2023 तक कंपनी की वित्तीय स्थिति की जांच के दौरान गोल्ड लोन में अनियमितताओं का पता चला है. कंपनी गोल्ड लोन बांटने और नीलामी के दौरान सोने की शुद्धता और वजन को लेकर सही तरीके से रिपोर्ट नहीं बना रही थी. साथ ही लोन टू वैल्यू रेश्यो में भी उल्लंघन किया जा रहा था. आरबीआई के मुताबिक, आईआईएफएल फाइनेंस लोन बांटने और वसूली के दौरान भी नियमों से अधिक कैश का इस्तेमाल कर रही थी. इसके अलावा कस्टमर्स पर लगने वाले शुल्क को लेकर भी पारदर्शिता नहीं बरती जा रही थी.
कस्टमर्स पर पड़ सकता था बुरा प्रभाव
आरबीआई के कहा कि इन सभी तौर तरीकों से आईआईएफएल फाइनेंस के कस्टमर्स के हित प्रभावित हो रहे थे. पिछले कुछ महीनों से आरबीआई कंपनी के अधिकारियों के साथ मिलकर इन कमियों को दूर करने के प्रयास में जुटा हुआ था. मगर, सुधार के नतीजे ठीक न आने पर केंद्रीय बैंक को यह सख्त कदम उठाना पड़ा. यदि ऐसा नहीं किया जाता तो कस्टमर्स पर बुरा प्रभाव पड़ सकता था.
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