Home Loan Rates Hike Impact: आरबीआई की ओर से बढ़ाए गए रेपो रेट्स का सीधा असर आम जनता की जेब पर पड़ता है. पांचवे हफ्ते में दूसरी बार रेपो रेट्स की दरों में इजाफा होने से आम जनता की ईएमआई और लोन दोनों ही महंगे हो जाएंगे. ऐसे में घर खरीदने वालों की संख्या में भी गिरावट देखने को मिलेगी. होम लोन की दरें बढ़ने से आम लोगों ने घर खरीदने के प्लान को रोक दिया है. 


जानें क्या है एक्सपर्ट की राय?
भारतीय रिजर्व बैंक ने रेपो रेट्स में 0.50 फीसदी का इजाफा कर दिया है, जिसके बाद में रेपो रेट्स की जर 4.9 फीसदी पर पहुंच गई है. संपत्ति सलाहकार का मानना है कि आने वाले समय में इससे होम लोन महंगा होगा और घरों की बिक्री में गिरावट देखी जाएगी.


होम लोन होगा महंगा
संपत्ति सलाहकार एनारॉक, नाइट फ्रैंक इंडिया, जेएलएल इंडिया, कोलियर्स इंडिया, इंडिया सॉथबी इंटरनेशनल रियल्टी और इन्वेस्टर्स क्लिनिक ने कहा कि मुद्रास्फीति पर अंकुश के लिए रिजर्व बैंक का यह कदम उम्मीद के अनुरूप है. इससे होम लोन पर ब्याज दरों में इजाफा हो जाएगा. 


जानें क्या बोले एनारॉक के चेयरमैन
एनारॉक के चेयरमैन अनुज पुरी ने कहा है कि रेपो दर में इजाफे से होम लोन महंगा होगा. रिजर्व बैंक ने पिछले महीने भी नीतिगत दरों में इजाफा किया था, जिसके बाद भी लोन की दरों में इजाफा हो गया था. उन्होंने कहा कि हालांकि, ब्याज दरें 2008 के वैश्विक वित्तीय संकट के दौर से नीचे रहेंगी. उस समय ये 12 फीसदी और इससे ऊपर थी. 


धीरे-धीरे करके ग्राहकों पर होगा असर
पुरी ने कहा कि ब्याज दरों में वृद्धि का असर आवासीय खंड की बिक्री पर आगामी महीनों में दिखाई देगा. सस्ते और मध्यम खंड के घरों की बिक्री पर इसका असर अधिक दिखाई देगा. कोलियर्स इंडिया के सीईओ रमेश नायर का मानना है कि बैंक रेपो दर में इजाफे का धीरे-धीरे करके ग्राहकों पर डालेंगे.


जानें क्या है एक्सपर्ट की राय?
हाउसिंग.कॉम और प्रॉपटाइगर.कॉम के सीईओ ध्रुव अग्रवाल ने कहा है कि रिजर्व बैंक द्वारा कुछ दिन में ही नीतिगत दरों में दो बार की बढ़ोतरी से होम लोन पर ब्याज दरें बढ़ेंगी, जिससे ग्राहकों की धारणा प्रभावित होगी.


प्रोडक्शन और प्रोडक्ट पर भी दिखेगा असर
नाइट फ्रैंक इंडिया के चेयरमैन एवं प्रबंध निदेशक शिशिर बैजल ने कहा कि होम लोन महंगा होगा. उन्होंने कहा है कि ब्याज दरों में बढ़ोतरी के अलावा निर्माण की लागत और उत्पादों के दाम भी बढ़े हैं. इस वजह से खरीदारों की धारणा पर प्रतिकूल असर पड़ेगा.


साल के अंत तक नीचे आएगी मुद्रास्फीति
इंडिया सॉथबीज इंटरनेशनल रियल्टी के सीईओ अमित गोयल ने कहा कि उन्हें नहीं लगता कि इसका आवासीय खंड की मांग पर विशेष प्रभाव पड़ेगा. मांग पहले से मजबूत बनी हुई है. गोयल ने उम्मीद जताई कि साल के अंत तक मुद्रास्फीति नीचे आएगी, जिसके बाद केंद्रीय बैंक निचली ब्याज दरों का दौर फिर शुरू करेगा.


शक्तिकांत दास ने कहा खरीद पर नहीं होगा ज्यादा असर
जेएलएल इंडिया के मुख्य अर्थशास्त्री और शोध प्रमुख समंतक दास ने कहा कि नीतिगत दरों में बढ़ोतरी मुख्य रूप से घर खरीदारों की धारणा को प्रभावित करने का काम करेगी. दास ने कहा कि कुल मिलाकर खरीद पर इसका बहुत अधिक असर नहीं होगा. इन्वेस्टर्स क्लिनिक के संस्थापक हनी कटियाल ने कहा कि ब्याज दरों में बढ़ोतरी से रियल एस्टेट क्षेत्र सबसे अधिक प्रभावित होगा.


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