RBI Update: नगदी संकट के बाद आरबीआई ने बैंकिंग सिस्टम में डाले 1.1 लाख करोड़ रुपये
Indian Banking System: 2019 के बाद ये पहला मौका है जब आरबीआई को बैंकिंग सिस्टम में इतने बड़े मात्रा में नगदी डालना पड़ा है.
RBI News: 15 मार्च 2023 तक एडवांस टैक्स (Advance Tax) जमा कराने की आखिरी तारीख थी. कॉरपोरेट्स ने एडवांस टैक्स जमा किया है. लेकिन कॉरपोरेट एडवांस टैक्स ( Corporate Advance Tax) के चलते बैंकिंग सिस्टम ( Banking System) में नगदी ( Liquidity) की कमी पैदा हो गई. जिसके बाद नगदी की कमी से निपटने के लिए देश के सेंट्रल बैंक भारतीय रिजर्व बैंक ( Reserve Bank Of India) ने बैंकिंग सिस्टम में 1.1 लाख करोड़ रुपये नगदी डाला है. अप्रैल 2019 के बाद पहली बार आरबीआई ने इतनी बड़ी मात्रा में नगदी डाला है.
आंकड़ों के मुताबिक आरबीआई ने 110,772 करोड़ रुपये नगदी 16 मार्च 2023 को बैंकिंग सिस्टम में डाला है. बैंकिंग सिस्टम में नगदी की कमी के चलते मनी मार्केट रेट्स में बढ़ोतरी देखने को मिली है. कॉल मनी रेट 6.80 फीसदी पर जा पहुंची है जो रेपो रेट 6.50 फीसदी और एमएसएफ रेट 6.75 फीसदी से ज्यादा है. एमएसएफ (MSF) ब्याज दर का अपर बैंड है. कॉल रेट ( Call Rate) का बढ़ना बैंकों के लिए कर्ज लेना महंगा होने को दर्शाता है.
15 मार्च तक आरबीआई ने बैकिंग सिस्टम से हर दिन 51,925 करोड़ रुपये नगदी निकाला था. बैंकों के पास अतिरिक्त नगदी थी. लेकिन एडवांस टैक्स 15 मार्च तक जमा कराया जिसके चलते बैंकों के सामने नगदी का संकट खड़ा हो गया. 16 मार्च 2023 को 1.1 लाख करोड़ रुपये की नगदी की कमी हो गई. 20 मार्च तक जीएसटी का भुगतान होना है इसलिए नगदी डालना आरबीआई के लिए बेहद जरुरी हो गया था. 10 मार्च को भी बैंकों ने आरबीआई द्वारा किए गए वैरिएबल रेट रेपो ऑक्शन में 82,650 करोड़ रुपये जुटाए.
अप्रैल 2022 में बैंकिंग सिस्टम में 7.2 लाख करोड़ रुपये का अतिरिक्त नगदी उपलब्ध था जो दिसंबर-जनवरी में घटकर 1.6 लाख करोड़ रुपये रह गया है. मई 2022 के बाद महंगाई ( Inflation) पर लगाम लगाने के लिए आरबीआई (RBI) लगातार बैंकिंग सिस्टम से अतिरिक्त नगदी सोकना रहा है. बीते वर्ष भी बैंकों के सामने नगदी का संकट खड़ा हुआ था.
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