RBI Monetary Policy Schedule: पेट्रोल डीजल लगातार महंगा हो रहा है. तो खाने के तेल के भी दाम बढ़े हैं. अब गैस भी महंगा होने वाला है. जिसके चलते आम लोगों पर महंगाई की मार जबरदस्त पड़ने वाली है. ऐसे में नए वित्त वर्ष में कर्ज नीति की समीक्षा में आरबीआई ब्याज दरें बढ़ाने का ऐलान कर सकता है. 2022-23 के लिए आरबीआई ने मॉनिटरी पॉलिसी कमिटी की बैठको शेड्यूल जारी कर दिया है. 


कब कब होगी मॉनिटरी पॉलिसी कमिटी की बैठक 
वित्त वर्ष 2022-23 के लिए पहली मॉनिटरी पॉलिसी कमिटी की बैठक 6 अप्रैल से 8 अप्रैल तक होगी. और आरबीआई बैठकों के बाद 8 अप्रैल को कर्ज नीति की घोषणा करेगा. जिसमें आरबीआई गर्वनर का संबोधन होगा. दूसरी बैठक 6 से 8 जून 2022 को होगी, तीसरी बैठक 2 से 4 अगस्त को होगी और 4 अगस्त को कर्ज नीति कै ऐलान होगा. चौथी बैठक 28 से 30 सितंबर को होगी. पांचवी बैठक 5 से 7 दिसंबर तक होगी और वित्त वर्ष की आखिरी मॉनिटरी पॉलिसी कमिटी की बैठक 6 से 8 फरवरी 2022 को होगी. अब हर वित्त वर्ष में द्विमासिक यानि हर दो महीने पर आरबीआई कर्ज नीति की समीक्षा का ऐलान करता है.  


विकास का खाका पेश करेंगे आरबीआई गर्वनर 
आपको बता दें आरबीआई के मॉनिटरी पॉलिसी की कमिटी की बैठक तीन दिनों तक चलती है. जिसमें आखिरी दिन आरबीआई गर्वनर कर्ज नीति की घोषणा करते हैं. 2022-23 के पहले मॉनिटरी पॉलिसी कमिटी की बैठक में आरबीआई गर्वनर मौजूदा वित्त वर्ष के लिए आर्थिक विकास के आंकड़ें के लक्ष्य के अलावा महंगाई दर का लक्ष्य भी रखेंगे. वैसे भी खुदरा महंगाई दर आरबीआई के तय लिमिट 6 फीसदी से ज्यादा हो चुका है. इसके अलावा आरबीआई गर्वनर नए वित्त वर्ष में आर्थिक चुनौतियां, वैश्विक चुनौतियों से पड़ने वाले प्रभाव को लेकर भी अपने रुख स्पष्ट करेंगे.  


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