RBI MPC Meeting: भारतीय रिजर्व बैंक (आरबीआई) के गवर्नर शक्तिकांत दास ने बुधवार को दोहराया कि बैंक जनता के लिए केंद्र सरकार को अपना संदेश जारी नहीं करेगा. हालांकि, एमपीसी की बैठक में लिया गया फैसला और कार्यवृत्त आरबीआई अधिनियम के मुताबिक प्रकाशित किया जाना है. आरबीआई ने अधिनियम की धारा 45जेडएन के तहत 3 नवंबर को मौद्रिक नीति समिति (एमपीसी) की बैठक निर्धारित की है.


महंगाई दर पर अर्जुन की तरह नजर रखने की कोशिश- दास
आरबीआई गवर्नर शक्तिकांत दास ने बुधवार को बैंकरों के वार्षिक एफआईबीएसी सम्मेलन में कहा, "रिजर्व बैंक महंगाई दर पर उसी तरह नजर रख रहा है, जैसे महाभारत में अर्जुन ने एक घूमने वाली मछली की आंख में तीर मारने के लिए ध्यान केंद्रित करते हुए रखी थी. अर्जुन के कौशल की बराबरी कोई नहीं कर सकता, लेकिन हमारी (आरबीआई) अर्जुन की तरह महंगाई दर पर लगातार नजर रखने की कोशिश है." यह टिप्पणी ऐसे समय में आई है, जब महंगाई दर काफी तेज है और आरबीआई जल्द ही सरकार को इस संबंध में स्पष्टीकरण देगा.


RBI ने किया है अपनी रणनीति का बचाव
दास ने हाल के दिनों में महंगाई के मुद्दे पर आलोचना के बीच आरबीआई की रणनीतियों का बचाव किया और उन्होंने कहा कि देश को भारी कीमत चुकानी पड़ती, अगर आरबीआई ने समय से पहले सख्ती शुरू कर देता. दास ने यह भी कहा कि आरबीआई की दर निर्धारित करने वाली समिति बृहस्पतिवार को एक बैठक करेगी. इस बैठक में एक स्पष्टीकरण तैयार किया जाएगा कि किन परिस्थितियों में महंगाई दर लक्ष्य से अधिक हो गई वहीं इसमें सुधारात्मक उपाय का विवरण भी होगा.


पब्लिश किए जाएंगे आरबीआई एमपीसी मीटिंग के मिनट्स
एमपीसी अपनी आज की बैठक में इस बात पर चर्चा करेगी कि वह महंगाई दर पर लगाम लगाने में सक्षम क्यों नहीं है और इसकी जानकारी केंद्र को देगी. आरबीआई केंद्र सरकार को महंगाई दर की स्थिति के साथ-साथ इसके ऊंचे स्तर पर रहने के कारण भी बता सकता है. दास ने कहा था कि केंद्र सरकार के साथ संवाद एक विशेषाधिकार प्राप्त है और इसे बैंक द्वारा सार्वजनिक नहीं किया जाएगा. उन्होंने बुधवार को मुंबई में फिक्की और आईबीए द्वारा संयुक्त रूप से आयोजित वार्षिक फीबैक 2022 सम्मेलन को संबोधित करते हुए उस रुख को दोहराया. हालांकि, धारा 45जेडके के मुताबिक, आरबीआई एमपीसी की प्रत्येक बैठक के समापन के बाद समिति द्वारा अपनाए गए संकल्प को प्रकाशित करेगा.


धारा के मुताबिक, आरबीआई अगर महंगाई दर लक्ष्य को पूरा करने में विफल रहता है, तो वह केंद्र सरकार को एक रिपोर्ट भेजेगा, जिसमें ये विवरण रहेंगे : (ए) महंगाई दर लक्ष्य को पाने में विफलता के कारण, (बी) इसके द्वारा की जाने वाली प्रस्तावित उपचारात्मक कार्रवाई और (सी) समय-अवधि का एक अनुमान, जिसके भीतर प्रस्तावित सुधारात्मक कार्रवाइयों से महंगाई दर लक्ष्य हासिल किया जाएगा.


इसके अलावा आरबीआई अधिनियम की धारा 45जेडएल के मुताबिक, एमपीसी बैठक के कार्यवृत्त को प्रत्येक बैठक के बाद 14वें दिन प्रकाशित करना होता है, जिसमें शामिल हैं -
(ए) एमपीसी की बैठक में अपनाया गया प्रस्ताव
(बी) एमपीसी के प्रत्येक सदस्य का वोट और उस बैठक में स्वीकृत प्रस्तावों पर सदस्य की राय (सी) बैठक में अपनाए गए प्रस्तावों पर धारा 45जेडएल की उप-धारा (11) के तहत एमपीसी के प्रत्येक सदस्य का बयान.


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