RBI Monetary Policy: आरबीआई के फैसलों से खुश हुए बैंकर, डिजिटल पेमेंट सिस्टम का किया स्वागत
Reserve Bank of India: बैंकरों ने मौद्रिक नीति की समीक्षा में नरम रुख जारी रखने के रिजर्व बैंक के फैसले को सही ठहराया है. जानें आरबीआई ने क्या खास फैसले लिए हैं-
Reserve Bank of India: बैंकरों ने मौद्रिक नीति की समीक्षा में नरम रुख जारी रखने के रिजर्व बैंक के फैसले को सही ठहराया है. इसके साथ ही विभिन्न बैंकों के शीर्ष अधिकारियों ने कोविड-19 के ओमीक्रोन स्वरूप की चिंता के बीच सकल घरेलू उत्पाद (GDP) के वृद्धि दर के अनुमान को 9.5 फीसदी पर कायम रखने और डिजिटल भुगतान के लिए नियामकीय उपायों की घोषणा का भी स्वागत किया है.
IBA के चेयरमैन ने कही ये बात
केंद्रीय बैंक की द्विमासिक नीतिगत समीक्षा पर इंडियन बैंक्स एसोसिएशन (IBA) के चेयरमैन एवं प्रबंध निदेशक और यूको बैंक के मुख्य कार्यपालक अधिकारी (CEO) एके गोयल ने कहा कि ये उपाय उम्मीदों के अनुरूप हैं. उन्होंने कहा, ‘‘वृहद आर्थिक परिदृश्य में बदलाव के बावजूद चालू वित्त वर्ष के लिए आरबीआई के वृद्धि और मुद्रास्फीति अनुमानों में कोई बदलाव नहीं हुआ है. यह वास्तव में एक सकारात्मक संकेत है.’’
डिजिटल प्लेटफॉर्म को मिल रहा प्रोत्साहन
उन्होंने कहा कि डिजिटल भुगतान पर अपनी पहल के माध्यम से केंद्रीय बैंक लोगों को डिजिटल माध्यम के इस्तेमाल को प्रोत्साहन दे रहा है. भारतीय स्टेट बैंक (SBI) के चेयरमैन दिनेश खारा ने कहा कि केंद्रीय बैंक की पूर्व मंजूरी के बिना विदेशी शाखाओं में पूंजी डालने की घोषणा से परिचालन में लचीलापन आएगा.
एक दिन में जल्द होंगे 1 अरब लेनदेन
भारतीय राष्ट्रीय भुगतान निगम (NPCI) के मुख्य कार्यपालक अधिकारी दिलीप अस्बे ने ट्वीट कर कहा कि एक दिन में एक अरब लेनदेन का लक्ष्य अब बहुत दूर नहीं है. आरंभिक सार्वजनिक निर्गम (IPO) के लिए यूपीआई सीमा बढ़ाने पर उन्होंने कहा कि एनपीसीआई के मंच ने आईपीओ बाजार का विस्तार किया है और घोषित उपाय आईपीओ निवेश के लिए काफी सकारात्मक साबित हो सकते हैं.
इकोनॉमी के लिए है अच्छा संकेत
निजी क्षेत्र के HDFC Bank के मुख्य अर्थशास्त्री अभीक बरुआ ने कहा कि रिजर्व बैंक का नीतिगत रुख उम्मीद से अधिक उदार है. भारत और दक्षिण एशिया के बाजारों के लिए स्टैंडर्ड चार्टर्ड बैंक की मुख्य कार्यपालक अधिकारी जरीन दारूवाला ने कहा कि एमपीसी का वृद्धि समर्थक रुख बहुत स्पष्ट रूप में सामने आया है और यह अर्थव्यवस्था के लिए अच्छा संकेत है.
6 महीने में इकोनॉमी को मिली रफ्तार
गैर-बैंकिंग ऋणदाताओं में टाटा कैपिटल के राजीव सभरवाल ने कहा कि अर्थव्यवस्था ने पिछले छह माह में रफ्तार हासिल की है, लेकिन केंद्रीय बैंक एक अधिक व्यापक पुनरुद्धार चाहता है. रेलिगेयर एंटरप्राइजेज की कार्यकारी चेयरपर्सन रश्मि सलूजा ने कहा कि रेपो दर को यथावत रखने का फैसला घर खरीदारों और छोटे व्यवसायों के लिए अच्छा है, क्योंकि वे निचली ब्याज दरों का लाभ उठा सकते हैं.
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