रिजर्व बैंक की मौद्रिक समीक्षा आज, ब्याज दरों में कटौती की उम्मीद नहीं
छह सदस्यीय मौद्रिक नीति समिति की बैठक ऐसे समय हो रही है जबकि सरकार ने जोर देकर कहा है कि 2017-18 के लिए राजकोषीय घाटा और राजस्व घाटा आम बजट के संशोधित अनुमान से कम रहेगा.
नई दिल्ली: भारतीय रिजर्व बैंक के गवर्नर उर्जित पटेल की अगुवाई वाली की मौद्रिक नीति समिति(एमपीसी) की दो दिवसीय बैठक आज खत्म होगी. एमपीसी चालू वित्त वर्ष की पहली द्विमासिक मौद्रिक समीक्षा बैठक के नतीजों की घोषणा आज करेगी. बैठक खत्म होने के बाद दोपहर 2.30 बजे रिजर्व बैंक की वेबसाइट पर एमपीसी का प्रस्ताव डाला जाएगा.
वैश्विक स्तर पर कच्चे तेल की कीमतों में तेजी के मद्देनजर एमपीसी की तरफ से ब्याज दरों में कटौती की संभावना काफी कम है. पिछली तीन नीतिगत बैठकों में रिजर्व बैंक ने ब्याज दरों के मोर्चे पर यथास्थिति कायम रखी है. पिछले साल अगस्त में रेपो दर को 0.25 प्रतिशत घटाकर छह प्रतिशत किया गया था, जो इसका छह साल का निचला स्तर है.
छह सदस्यीय मौद्रिक नीति समिति की बैठक ऐसे समय हो रही है जबकि सरकार ने जोर देकर कहा है कि 2017-18 के लिए राजकोषीय घाटा और राजस्व घाटा आम बजट के संशोधित अनुमान से कम रहेगा. अंशधारकों की निगाह एमपीसी की बैठक पर है. खुदरा मुद्रास्फीति में कमी और वृद्धि को प्रोत्साहन देने के लिए केंद्रीय बैंक पर ब्याज दरों में कटौती का दबाव है.
स्कोईमेट ने मानसून सामान्य रहने का अनुमान लगाया है. इससे कृषि उत्पादन बेहतर रहने की उम्मीद है जिससे कीमतों पर दबाव कम होगा. रिजर्व बैंक गवर्नर उर्जित पटेल की अगुवाई वाली एमपीसी के अन्य सदस्यों में डिप्टी गवर्नर विरल आचार्य, कार्यकारी निदेशक देवव्रत पात्रा शामिल हैं. समिति के बाहरी सदस्यों में चेतन घाटे, पमी दुआ और रविंद्र ढोलकिया शामिल हैं.