RBI MPC: रिजर्व बैंक को देश की आर्थिक ग्रोथ पर अच्छा भरोसा, बढ़ा दिया GDP का अनुमान
RBI MPC GDP Estimate: रिजर्व बैंक ने मौद्रिक नीति समिति की क्रेडिट पॉलिसी में आज रेपो रेट में तो कोई बदलाव नहीं किया लेकिन जीडीपी के अनुमान को संशोधित कर दिया है.
RBI MPC GDP Estimate: रिजर्व बैंक ऑफ इंडिया ने 2024 के लोकसभा चुनावों के बाद पहली मॉनिटरी पॉलिसी कमिटी (एमपीसी) के फैसलों की आज जानकारी दी है. इसकी बैठक 5 जून से 7 जून के दौरान हुई. आज आरबीआई गवर्नर शक्तिकांत दास ने ऐलान किया कि एमपीसी के 6 में से 4 सदस्यों ने नीतिगत दरों को बिना किसी बदलाव के साथ यथावत रखने का फैसला लिया है.
RBI ने भारत की जीडीपी ग्रोथ का अनुमान बढ़ाया
रिजर्व बैंक ने भारत की अर्थव्यवस्था के लिए अपने अनुमान में संशोधन किया है और इसे बढ़ा दिया है. वित्त वर्ष 2024-25 के लिए आरबीआई ने जीडीपी ग्रोथ का अनुमान 7 फीसदी से बढ़ाकर 7.2 फीसदी कर दिया है. रिजर्व बैंक ऑफ इंडिया ने वित्त वर्ष 2024-2025 के लिए देश की आर्थिक विकास दर का अनुमान दिया है और चालू वित्त वर्ष में जीडीपी के 7.2 फीसदी पर रहने का एस्टीमेट दिया है. वित्त वर्ष 2025 की पहली तिमाही में जीडीपी 7.3 फीसदी, दूसरी तिमाही में 7.2 फीसदी, तीसरी तिमाही में 7.3 फीसदी और चौथी तिमाही में 7.2 फीसदी जीडीपी रहने का अनुमान दिया है.
Governor’s Statement: June 7, 2024 @DasShaktikanta #RBItoday #RBIgovernor #monetarypolicyhttps://t.co/LjmGZ17mHK
— ReserveBankOfIndia (@RBI) June 7, 2024
आरबीआई गवर्नर ने कहा कि अप्रैल में आरबीआई की एमपीसी बैठक में चालू वित्त वर्ष के लिए 7 फीसदी आर्थिक विकास दर के अनुमान को संशोधित करके 7.2 फीसदी किया गया है. इसके पीछे देश की मजबूत और ठोस आर्थिक स्थिति को ध्यान में रखा गया है.
चालू वित्त वर्ष के लिए कोर इंफ्लेशन (CPI) एस्टीमेट 4.5 फीसदी पर बरकरार
आरबीआई गवर्नर ने कहा कि ग्लोबल खाद्य कीमतें तेजी से बढ़ी हैं और देश पर भी इसका असर देखा जा सकता है. चालू वित्त यानी साल 2024-2025 के लिए महंगाई दर के लिए 4.5 फीसदी का अनुमान बरकरार रखा गया है. चालू वित्त वर्ष की सभी तिमाहियों में आरबीाई का रिटेल महंगाई दर का अनुमान ये है-
- पहली तिमाही- 4.9 फीसदी
- दूसरी तिमाही- 3.8 फीसदी
- तीसरी तिमाही- 4.6 फीसदी
- चौथी तिमाही- 4.5 फीसदी
आरबीआई गवर्नर ने किया केंद्रीय बैंक का रुख साफ
आरबीआई गवर्नर ने कहा कि वैश्विक चुनौतियों के बावजूद देश का केंद्रीय बैंक मजबूत फाइनेंशियल आंकड़ों के लक्ष्य हासिल करने पर आश्वस्त है. इसके लिए बैंकिंग सेक्टर से लेकर वित्तीय प्रबंधन, इनकमिंग फाइनेंशियल डेटा और रिस्क फैक्टर्स को ध्यान में रख रहा है.
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