HDFC Bank Update: बैंकिंग सेक्टर की रेग्यूलेटर भारतीय रिजर्व बैंक ने एसबीआई फंड्स मैनेजमेंट को एचडीएफसी बैंक में कुल पेड-अप शेयर कैपिटल या वोटिंग राइट्स का 9.99 फीसदी हिस्सेदारी खरीदने की इजाजत दे दी है. एचडीएफसी बैंक ने रेग्यूलेटरी फाइलिंग में स्टॉक एक्सचेंजों को ये सूचित किया है.
एसबीआई फंड्स मैनेजमेंट ने भारतीय रिजर्व बैंक के सामने मंजूरी देने के लिए आवेदन किया था. एचडीएफसी बैंक ने जानकारी दी कि आरबीआई ने कुछ शर्तों के साथ मंजूरी दी है. आरबीआई ने 15 नवंबर 2023 तक एसबीआई फंड्स मैनेजमेंट को एचडीएफसी बैंक में ये हिस्सेदारी खरीदने की प्रक्रिया को पूरा करने को कहा है. साथ ही आरबीआई ने एसबीआई फंड्स मैनेजमेंट से कहा कि किसी भी सूरत में एचडीएफसी बैंक में उसी हिस्सेदारी 10 फीसदी से कम होनी चाहिए.
दरअसल एचडीएफसी बैंक और एचडीएफसी का आपस में विलय होने जा रहा है. हाल ही में बैंक के चीफ फाइनैंशियल ऑफिसर श्रीनिवासन वैद्यानाथन ने जनवरी-मार्च की तिमाही नतीजों का एलान करने के दौरान कहा था जुलाई 2023 तक विलय के प्रोसेस को पूरा कर दिया जाएगा. विलय के लिए आरबीआई के अलावा शेयर बाजार के रेग्यूलेटर सेबी, पीएफआरडीए (PFRDA) और भारतीय प्रतिस्पर्धा आयोग और दोनों ही स्टॉक एक्सचेंज बीएसई और एनएसई से मंजूरी मिल चुकी है.
आपको बता दें एचडीएफसी बैंक और एचडीएफसी के आपस में विलय के बाद एचडीएफसी बैंक 20 लाख करोड़ रुपये के एसेट के साथ देश की सबसे बड़ी निजी बैंक बन जाएगी. बीते वर्ष अप्रैल 2022 में एचडीएफसी बैंक और एचडीएफसी का आपस में विलय करने का फैसला लिया गया था. उसके बाद से ही विलय की प्रक्रिया पर लगातार काम जारी है. और सभी रेग्यूलेटर्स से मंजूरी ली जा रही है. और अप्रैल जून तिमाही में विलय की प्रक्रिया को पूरा कर लिया जाएगा. इससे पहले बुधवार को एचडीएफसी बैंक का स्टॉक 0.38 फीसदी की गिरावट के साथ 1638 रुपये पर क्लोज हुआ है.
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