UPI Payments: भारतीय रिजर्व बैंक ने आज अपनी मौद्रिक नीति समिति यानी एमपीसी की बैठक के नतीजों में रेपो रेट में बढ़ोतरी कर दी है. रेपो रेट में सीधा 0.25 फीसदी का इजाफा कर दिया गया है जिससे अब आपके लोन और महंगे होने जा रहे हैं. इन एलानों के अलावा आरबीआई के गवर्नर शक्तिकांत दास ने और भी कुछ फैसलों के बारे में जानकारी दी है जिससे आम लोगों के जीवन पर असर पड़ा होगा.
G-20 देशों के टूरिस्ट्स को मिलेगी सबसे पहले ये फैसिलिटी
आरबीआई गवर्नर ने आज अपनी स्पीच में कहा कि अब देश में सभी आने वाले यात्रियों को यहां प्रवास के दौरान अपने व्यापारिक भुगतानों के लिए यूपीआई पेमेंट का उपयोग करने की मंजूरी दी जाने का प्रस्ताव है. इसकी शुरुआत करने के लिए हम G-20 देशों से आने वाले यात्रियों को कुछ चुने हुए एयरपोर्ट्स पर मर्चेंट पेमेंट के लिए ये यूपीआई सुविधा देने का आरंभ करने जा रहे हैं.
सोमवार को शुरू हुई थी एमपीसी की बैठक
रिजर्व बैंक की मौद्रिक नीति समिति की बैठक सोमवार 6 फरवरी को हुई थी और आज 8 फरवरी को इसके फैसलों का एलान कर दिया गया है. ये वित्त वर्ष 2022-23 की आखिरी क्रेडिट पॉलिसी है और बजट के तुरंत बाद हुई है. आरबीआई गवर्नर ने कहा कि बैंकिग सिस्टम में पर्याप्त लिक्विडिटी मौजूद है और देश में इसे लेकर आरबीआई पैनी नजर बनाए हुए है.
UPI के जरिए कैसे मिलती है पैसे ट्रांसफर की सुविधा
Unified Payment Interface (यूपीआई) वो वित्तीय सिस्टम है जिसके जरिए तुरंत पेमेंट हो सकता है. यूपीआई की मदद से, मोबाइल प्लेटफॉर्म पर दो पार्टियां एक-दूसरे को पैसे ट्रांसफ़र कर सकते हैं. दो पार्टियों में पर्सन टू पर्सन या पर्सन टू मर्चेंट के बीच भी वित्तीय ट्रांजेक्शन किया जा सकता है. किसी भी यूपीआई में बैंक खाता जोड़ने के लिए, यह ज़रूरी है कि आपके बैंक में UPI की फैसिलिटी मौजूद हो और आपके फोन में यूपीआई एप्लीकेशन होने से काम और आसान हो जाता है.
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