RBI के रेपो रेट बढ़ाने से महंगा हो जाएगा लोन, ये पांच तरीके कम कर देंगे Home Loan का बोझ
Home Loan: भारतीय रिजर्व बैंक के रेपो रेट बढ़ाने से सरकारी से लेकर निजी सेक्टर के बैंक लोन की ब्याज दर बढ़ा सकते हैं. ऐसे में आप अपने होम लोन के बोझ को इन पांच तरीकों से कम कर सकते हैं.
RBI Repo Rate: रिजर्व बैंक (Reserve Bank Of India) ने साल 2023 की पहली मॉनिटरी पॉलिसी में रेपो रेट में 0.25 फीसदी की बढ़ोतरी का ऐलान कर दिया है. मौजूदा वित्त वर्ष में छंठवीं बार रेपो रेट में इजाफा किया गया है. मई 2022 से फरवरी 2023 के दौरान केंद्रीय बैंक ने रेपो रेट 4 फीसदी से बढ़ाकर 6.5 फीसदी कर दिया है यानी कि 2.5 प्रतिशत की बढ़ोतरी हुई है.
लोगों पर क्या होगा असर
रेपो रेट में बढ़ोतरी के बाद प्राइवेट, पब्लिक बैंक से लेकर हाउसिंग फाइनेंस कंपनियां होम लोन (Home Loan) के ब्याज दरों में इजाफा कर देंगे. ऐसे में होम लोन लेने वाले लोगों की ईएमआई (Home Loan EMI) पहले से ज्यादा हो जाएगी. हर महीने ज्यादा पैसा देना होगा.
उधारकर्ता को क्या करना चाहिए
अगर आपने बैंकों से होम लोन लिया है और आप बढ़े हुए रेपो रेट के दबाव को कम करना चाहते हैं और लोन से जल्द से जल्द छुटकारा पाना चाहते हैं तो आपको यहां बताए गए तरीकों का पालन करना होगा, जिससे लोन का दबाव कम हो जाएगा.
पुरानी व्यवस्था के तहत कम ब्याज दर का भुगतान
बेस रेट, एमसीएलआर या बीपीएलआर जैसी पुरानी व्यवस्था के तहत लोन की ब्याज बढ़ने की गति धीमी रही है. ऐसे में ईबीएलआर के तहत नए कर्जदारों की तुलना में काफी कम ब्याज दर का भुगतान कर रहे होंगे. आप तुलना करके पुरानी व्यवस्था के तहत ईएमआई भरना जारी रख सकते हैं.
नए लोन से करें तुलना
अगर आप पुरानी व्यवस्था के तहत ज्यादा ब्याज का भुगतान कर रहे हैं, तो ईबीएलआर के ब्याज से अपने लोन के ब्याज की तुलना करनी चाहिए. अगर आपका लोन का ब्याज दर अधिक है तो आप स्विच कर सकते हैं.
दूसरे बैंकों से भी करें तुलना
अगर आपने किसी ऐसे बैंक से लोन लिया है, जो आपके होम लोन पर अधिक ब्याज वसूल कर रहा है तो आप अपने लोन को कम ब्याज वाले बैंक के साथ ट्रांसफर कर सकते हैं.
क्रेडिट स्कोर की मदद लें
अगर आपका क्रेडिट स्कोर अच्छा है तो आप अपने बैंक से समय बढ़ाने और ईएमआई कम करने की रिक्वेस्ट कर सकते हैं. साथ ही कम ब्याज पर लोन देने की भी मांग कर सकते हैं.
निवेश का करें इस्तेमाल
किसी ऐसे प्लान में अगर आपने निवेश किया है, जिसमें कम ब्याज का लाभ हो रहा है और लोन के बराबर या अधिक की राशि लगाई है तो उसका इस्तेमाल आप लोन की ईएमआई चुकाने में कर सकते हैं.