Credit Card Rules: बुजुर्गों को क्रेडिट कार्ड नहीं देने पर रेणुका चौधरी ने राज्यसभा में RBI को सुनाई खरी-खोटी, बोलीं-भेदभावपूर्ण है नियम
Senior Citizens: क्रेडिट कार्ड जारी करने को लेकर अधिकतम ऊम्र की सीमा को लेकर अलग अलग बैंकों के अलग नियम है. लेकिन बुजुर्गों को क्रेडिट कार्ड जारी करने में अनदेखी करने का मामला संसद में उठाया गया है.
Credit Card Issuing Rules For Senior Citizens: राज्यसभा (Rajyasabha) में सीनियर सिटीजंस (Senior Citizens) को बैंकों की ओर से क्रेडिट कार्ड (Credit Cards नहीं जारी करने का मसला उठा. कांग्रेस सांसद रेणुका चौधरी ने शून्यकाल के दौरान ये मसला उठाते हुए कहा कि 60 साल से ज्यादा उम्र के लोगों के पैसे बैंकों में डिपॉजिट के तौर पर रखे जा सकते हैं उस पैसे का बैंक इस्तेमाल कर सकते हैं लेकिन सीनियर सिटीजंस को क्रेडिट कार्ड बैंक जारी नहीं करते. रेणुका चौधरी ने बैंकिंग सेक्टर के रेग्यूलेटर भारतीय रिजर्व बैंक के इस नियम पर हैरानी जताते हुए कहा कि ये अजीबोगरीब नियम है.
रेणुका चौधरी ने कहा, आरबीआई ने बैंकों के लिए जो गाइडलाइंस तैयार किया है उसके मुताबिक कोई भी नागरिक जो 60 साल से ज्यादा उम्र का है वो उधार लेने के योग्य नहीं है. इसलिए इससे ज्यादा उम्र के नागरिकों को क्रेडिट कार्ड नहीं दिया जा सकता है. बैंक केवल डेबिट कार्ड ही देते हैं. उन्होंने सदन में इस नियम पर सवाल खड़े करते हुए क्रेडिट कार्ड केवल फौरन कर्ज हासिल करने का जरिया ही नहीं है बल्कि इसके सामाजिक पहलु भी हैं. इसके जरिए इमरजेंसी के दौरान फंड एक्सेस करने में मदद मिलती है. रेणुका चौधरी ने कहा, 60 साल के ऊपर के लोग कोई बोझ नहीं है.
The RBI has issued guidelines to banks stating that anyone over 60 is not considered creditworthy, denying us access to credit cards. However, they will utilise our money in savings accounts to generate profits. This is a bizarre concept.
— Congress (@INCIndia) August 5, 2024
With increased longevity in India,… pic.twitter.com/Ya2ZYzirFr
उन्होंने कहा, भारत में अब लोगों की औसत उम्र ज्यादा रहने लगी है. सीनियर सिटीजन होटल बुक कर सकते हैं, फ्लाइट की टिकट बुक कर सकते हैं, ऑनलाइन जाकर बिल का भुगतान कर सकते हैं. सरकार डिजिटल इंडिया की बात करती है, कैसलेस इकोनॉमी की बात करती है लेकिन 60 साल से ज्यादा उम्र के लोगों को कक्रेडिट कार्ड नहीं दिया जा सकता है. रेणुका चौधरी ने कहा, औसतन मिडिल क्लास जिनका बैंकों में डिपॉजिट है, बैंक सीनियर सिटीजंस से जीवन प्रमाण पत्र मांगते हैं इसके बावजूद वे क्रेडिट कार्ड नहीं देते हैं. उन्होंने कहा, इंटरनेशनल बैंकों जिस देशों से आते हैं वहां ये नियम नहीं है लेकिन भारत में आरबीआई के नियमों के मुताबिक वे भी क्रेडिट कार्ड नहीं दे सकते हैं. उन्होंने कहा, सीनियर सिटीजन भी अर्थव्यवस्था में अपना बड़ा योगदान दे रहे हैं. उन्होंने ऐसे पक्षपातपूर्ण और भेदभावपूर्ण नियम को फौरन खत्म करने की मांग की है.
क्या कहता है नियम
क्रेडिट कार्ड जारी करने के लिए उपभोक्ता के न्यूनतम और अधिकतम उम्र की कई बैंकों में अलग-अलग है. मसलन एचडीएफसी बैंक के मुताबिक क्रेडिट कार्ड के लिए आवेदकों के न्यूनतम उम्र की लिमिट 21 साल है जबकि सैलरीड लोगों के लिए ये लिमिट 60 वर्ष है जबकि जो लोग स्व-रोजगार में लगे हैं उनके लिए अधिकतम उम्र की सीमा 65 साल है. भारतीय स्टेट बैंक के वेबसाइट के मुताबिक क्रेडिट कार्ड अप्लाई करने के लिए न्यूनतम उम्र की सीमा 21 साल है जबकि अदिकतम उम्र की लिमिट 70 साल है. साथ ही आवेदक का सैलरीड होना या खिद का स्व-रोजगार होना जरूरी है. रेगुलर इनकम के सोर्स के साथ ही बेहतर क्रेडिट स्कोर का होना जरूरी है.
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