RBI Survey: भारतीय रिजर्व बैंक (आरबीआई) ने बृहस्पतिवार को मुद्रास्फीति के अनुमानों और उपभोक्ता विश्वास का आकलन करने के लिए घरेलू सर्वेक्षण के अगले दौर की शुरुआत की. आरबीआई द्वारा नियमित रूप से किए गए सर्वेक्षणों से मिले आंकड़े, उसकी मौद्रिक नीति के लिए उपयोगी जानकारी मुहैया कराते हैं.
IESH Survey क्या है
आरबीआई ने घरेलू मुद्रास्फीति प्रत्याशा सर्वेक्षण (आईईएसएच) के मार्च 2022 के दौर के शुभारंभ की घोषणा करते हुए कहा कि सर्वेक्षण का उद्देश्य 18 शहरों के लगभग 6,000 घरों में व्यक्तिगत खपत के आधार पर कीमतों में उतार-चढ़ाव और महंगाई के व्यक्तिगत असर का आकलन करना है. इन शहरों में अहमदाबाद, बेंगलुरु, चंडीगढ़, चेन्नई, दिल्ली, हैदराबाद, जयपुर, कोलकाता, लखनऊ, मुंबई, नागपुर, पटना और तिरुवनंतपुरम शामिल हैं.
खर्च पर प्रतिक्रिया भी बताएगा सर्वे
आरबीआई ने एक प्रेस रिलीज में कहा, ‘‘सर्वेक्षण के तहत आने वाले तीन महीनों के साथ ही अगले वर्ष के दौरान कीमतों में बदलाव (सामान्य कीमतों के साथ ही विशिष्ट उत्पाद समूहों की कीमतों) पर परिवारों से गुणात्मक प्रतिक्रिया ली जाएगी.’’ केंद्रीय बैंक ने एक अन्य विज्ञप्ति में कहा कि उपभोक्ता विश्वास सर्वेक्षण (सीसीएस) के मार्च 2022 दौर का उद्देश्य सामान्य आर्थिक स्थिति, रोजगार परिदृश्य, मूल्य स्तर, परिवारों की आय और खर्च पर प्रतिक्रिया हासिल करना है.
13 शहरों में होगा सर्वे
यह सर्वेक्षण भोपाल, चेन्नई, दिल्ली, गुवाहाटी, हैदराबाद, जयपुर, लखनऊ, मुंबई, पटना और तिरुवनंतपुरम सहित 13 शहरों में नियमित रूप से किया जाता है. आरबीआई ने मौद्रिक नीति के लिए राय जानने के लिए जो सर्वेक्षण शुरू किया है उसके आधार पर महंगाई का आम लोगों पर कितना असर आ रहा है, इसका आकलन किया जाएगा.
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