RBI Acts Against Mahindra Finance:: झारखंड के हजारीबाग में लोन ना जमा करने पर महिंन्द्रा फाइनेंस के रिकवरी एजेंट द्वारा दिव्यांग किसान की बेटी को ट्रैक्टर से कुचले जाने के मामलों को आरबीआई ने बेहद गंभीरता से लिया है. आरबीआई ने महिंद्रा एंड महिंद्रा फाइनैंशियल सर्विसेज लिमिटेड (Mahindra & Mahindra Financial Services Ltd.) को आदेश जारी कर कहा है कि अगले आदेश तक कंपनी थर्ड पार्टी के जरिए आउटसोर्सिंग कर लोन की रिकवरी नहीं करेगी.
आरबीआई ने अपने आदेश में कहा है कि महिंद्रा एंड महिंद्रा फाइनैंशियल सर्विसेज केवल अपने खुद के कर्मचारियों के जरिए ही लोन रिकवरी कर सकती है. आरबीआई के मुताबिक इस एनबीएफसी के आउटसोर्सिंग एक्टिविटी को लेकर कई सुपरवाइजरी के दौरान कई अनियमितताएं पाई गई हैं.
मामले को लेकर कंपनी के सीईओ और एमडी अनीश शाह ने ट्वीट कर हादसे पर दुख जताते हुए पीड़ित परिवार के साथ अपनी संवेदना व्यक्त की थी. महिंद्रा ग्रुप के एमडी और सीईओ ने लिखा, “हम हजारीबाग की घटना से बहुत दुखी और परेशान हैं, एक शर्मनाक और दुर्भाग्यपूर्ण घटना है. इस दुख की घड़ी में हम पीड़ित परिवार के साथ खड़े हैं. मामले की जांच कर रहे पुलिस अधिकारियों को कंपनी की ओर से हर सहयोग किया जाएगा.” महिंद्रा ग्रुप के चेयरमैन आनंद महिंद्रा ने अनीश शाह के ट्वीट को रिट्वीट करते हुए हादसे पर दुख जताते हुए पीड़ित परिवार के साथ अपनी संवेदना व्यक्त की है. साथ ही मामले में थर्ड पार्टी कलेक्शन का रिव्यू किये जाने की भी बात कही थी.
दरअसल फाइनेंस कर्मी ट्रैक्टर लेने आए थे. ट्रैक्टर के लोन पर 10,000 रुपये ब्याज अदा करना था. ब्याज की इसी कीमत लेने के लिए गर्भवती महिला के पिता और फाइनेंस कर्मियों के बीच कहासुनी हुई. फाइनेंस कर्मियों ने किसान की बड़ी बेटी मोनिका कुमारी को कथित तौर पर दो बार रौंदा. 22 वर्षीय मोनिका दो महीने की गर्भवती थी. घटना वाले दिन ही महिला की मौत हो गई.
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