Cryptocurrency: आरबीआई (Reserve Bank Of India) ने एक बार फिर क्रिप्टोकरेंसी (Cryptocurrency) को लेकर आगाह करते हुये इसे चिंता का कारण करार दिया है.  आरबीआई गर्वनर ( RBI Governor) शक्तिकांत दास (Shaktikanta Das) ने कहा है कि क्रिप्टोकरेंसी देश की व्यापक आर्थिक ( Macro Economic) और वित्तीय स्थिरता (Financial Stability) के नजरिये से बेहद खतरनाक है. आरबीआई गर्वनर ने बताया कि उन्होंने क्रिप्टोकरेंसी को लेकर सरकार को अपना फीडबैक ( Feedback) दे दिया है. 


निवेशकों की संख्या के साथ छेड़छाड़


आरबीआई गर्वनर के मुताबिक उन्हें लगता है कि क्रिप्टोकरेंसी में निवेश करने वाले निवेशकों (Investors) की संख्या को बढ़ा चढ़ाकर बताने की कोशिश की जा रही है. ज्यादा से ज्यादा लोगों को क्रिप्टोकरेंसी में ट्रेड करने के लिये जोड़ा (Enroll) किया जा रहा है.  आरबीआई गर्वनर का ये बयान तब आया है जब रिटेल निवेशकों ( Retail Investors) के बीच क्रिप्टोकरेंसी को लेकर जबरदस्त क्रेज ( Craze ) देखा जा रहा है. देश में Cryptocurrency में ट्रेड करने वाले निवेशकों की संख्या 10 करोड़ के पार जा चुका है. 


सरकार के भीतर चल रही चर्चा


जब से क्रिप्टोकरेंसी पर बैन लगाने के आरबीआई के फैसले को सुप्रीम कोर्ट ( Supreme Court Of India)  ने हटा दिया है तब से देश में क्रिप्टोकरेंसी का क्रेज बढ़ा है. 5 फरवरी, 2021 में आरबीआई ने केंद्रीय बैंक ( Central Bank ) की डिजिटल मुद्रा ( Digital Curremcy) के मॉडल का सुझाव देने के लिए एक आंतरिक पैनल का गठन किया था. भारत सरकार ने क्रिप्टोकरेंसी को लेकर अबतक कोई कानून नहीं बनाया है. लेकिन स्टेक होल्डरों, अधिकारयों और विभिन्न मंत्रालयों के साथ लगातार इस मुद्दे पर विचार विमर्श किया जा रहा है. 


डिस्क्लेमर: (यहां मुहैया जानकारी सिर्फ़ सूचना हेतु दी जा रही है. यहां बताना ज़रूरी है की क्रिप्टो करंसी में निवेश जोखिमों के अधीन है. निवेशक के तौर पर पैसा लगाने से पहले हमेशा एक्सपर्ट से सलाह लें. ABPLive.com की तरफ से किसी को भी पैसा लगाने की यहां कभी भी सलाह नहीं दी जाती है.)


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