RD vs SIP: RD के बजाय SIP में निवेश करना कैसे होगा बेहतर? समझें गणित
Investment Planning: अगर आप अधिक मुनाफा कमाना चाहते हैं और रिस्क ले सकते हैं, तो आपके लिए एसआईपी में निवेश करना बेहतर हो सकता है. वहीं आरडी में बिना रिस्क निवेश किया जा सकता है.
Investment Planning: उच्च मुद्रास्फिति और ब्याज दरों के बढ़ने से निवेश के कई विकल्प सामने आ चुके हैं. आरडी स्कीम (RD Scheme) में अभी ज्यादातर लोग निवेश करते हैं, जो हर महीने पैसा जमा करने के पांच साल बाद अच्छा रिटर्न देती है. यह कम जोखिम लेने वाले निवेशकों के लिए बेहतर विकल्प है, लेकिन अगर आप रिस्क ले सकते हैं और ज्यादा फंड भी बनाना चाहते हैं, आपके लिए शेयर बाजार (Stock Market) से लेकर सिस्टमैटिक इनवेस्टमेंट प्लान (SIP) आपके लिए बेहतर हो सकता है.
हाल के सालों में SIP में निवेश करने वाले लोगों की संख्यां में इजाफा हुआ है. अक्टूबर माह में SIP के जरिए 13041 करोड़ रुपये निवेश किए गए, जो वित्त वर्ष 2023 में अबतक का सबसे अधिक है. आइए जानते हैं आपको आरडी या SIP किसमें निवेश की प्लानिंग करनी चाहिए.
RD स्कीम या एसआईपी
आवर्ती जमा (Recurring Deposits) एक सरकारी निवेश योजना है, जो निवेशकों को गारंटी रिटर्न देती है. इसके साथ ही इसमें टैक्स छूट और अन्य लाभ दिया जाता है. वहीं SIP म्यूचुअल फंड (Mutual Fund) के तहत आता है और इसमें सिस्टमैटिक तरीके से हर महीने या फिर एक समय अंतराल पर निवेश किया जा सकता है.
दोनों में एक समान कौन-कौन सी चीजें
आरडी स्कीम और एसआईपी में मासिक या तिमाही पर निवेश किया जा सकता है और इनकी मैच्योरिटी पांच साल के लिए होती है. इसके अलावा, इन दोनों योजनाओं को कभी भी रोका जा सकता है और कुछ शर्तों के तहत निवेशकों को पैसा वापस किया जा सकता है. अगर इसमें नियमित निवेश नहीं किया जाता है, तो खाता कभी भी रुक सकता है और फिर से निवेश शुरु करना पड़ सकता है.
किसमें निवेश करना होगा बेहतर
RD स्कीम में एक निवेशक बिना रिस्क के 5.8 से 7 फीसदी के सालाना ब्याज पर निवेश कर सकते हैं. जबकि SIP के जरिए म्युचुअल फंड में निवेश करने पर औसतन 12 फीसदी का ब्याज मिल सकता है. हालाकि अगर बाजार की स्थिति अच्छी रही तो लॉन्ग टर्म में आपको 15 से 18 फीसदी की ब्याज भी मिल सकता है. म्युचुअल फंड में लॉन्ग टर्म निवेश अच्छा होता है, क्योंकि इसपर चक्रवृद्धि ब्याज दिया जाता है.
उदाहरण से समझें
अगर आप हर महीने 5 हजार रुपये आरडी और एसआईपी के जरिए म्युुचुअल फंड में जमा कर रहे हैं, तो पांच साल में कुल 3 लाख रुपये जमा होंगे. आरडी में 7 फीसदी की अधिकतम ब्याज पर 59,663 रुपये केवल ब्याज के जमा होंगे यानी की कुल मैच्योरिटी राशि 3 लाख 59 हजार 663 रुपये मिलेंगे. जबकि एसआईपी के मामले में औसत रिटर्न 12 फीसदी पर ब्याज 1 लाख 12 हजार 432 रुपये मिलेंगे और कुल राशि 4,12,432 रुपये होगी.
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