Buy House Real Estate: अगर आप घर खरीदने (Buying Home) के बारे में प्लान बना रहे हैं, तो ये खबर आपके काम की साबित होगी. आपको घर या फ्लैट खरीदने से पहले कुछ बातों का विशेष ध्यान रखना चाहिए. जिससे आप किसी भी प्रकार के नुकसान से बच सकते हैं. प्रॉपर्टी पर निवेश करने से पहले आपको इन बातों का ध्यान रखना होगा. तो आप प्रॉपर्टी से जुड़े फ्रॉड होने से भी बच सकते है.


इन बातों का ध्यान रखें 
आज हर इंसान का सपना दिल्ली-एनसीआर जैसे मेट्रो शहरों में घर बनाने का होता है. घर बनाने के लिए आपको काफी मशक्कत करनी पड़ती है. ऐसे में लोग सोसायटी में बने फ्लैट्स की तरफ रुख करते हैं. फ्लैट खरीदते समय कुछ बातों का ध्यान रखना बेहद जरूरी है.


EMI के बारे में करे रिसर्च
अगर आपके पास घर खरीदते समय पैसे के इंतजाम नहीं है. तो सबसे पहले आपको ये काम करना होगा. इसके लिए डाउन पेमेंट से लेकर होम लोन (Home Loan) के बारे में पूरी जानकारी पता कर लेना चाहिए. होम लोन में कितनी राशि मिल रही है, उसकी ब्याज दर कितनी है. आज कल इंटरनेट पर होम लोन की अवधि, EMI और होम लोन के प्रकार पर भी रिसर्च करना चाहिए. होम लोन को आप जितनी लंबी अवधि के लिए लेंगे, आपकी EMI भी उतनी कम होगी. हालांकि, इसमें आपको सबसे ज्यादा ब्याज देना पड़ेगा.


जरूर देखें लोकेशन 
आपको घर खरीदने को लेकर कोई भी फैसला करने से पहले यह तय कर लेना चाहिए कि, घर किस जगह पर लेना है. उस जगह का ट्रांसपोर्टेशन, आस-पास के एरिया में सोशल इंफ्रास्ट्रक्चर जैसे पार्क, स्कूल, हॉस्पिटल की सुविधाएं देख लेनी चाहिए. साथ ही खेल के मैदान, क्लब हाउस, स्विमिंग पूल चीजों पर ध्यान दिया जा सकता है.


बिल्डर की जानकारी ले 
किसी भी रियल एस्टेट प्रोजेक्ट (Real Estate Project) में पैसा लगाने के पहले उस बिल्डर की इमेज को भी देख लेना चाहिए. किसी नए बिल्डर से फ्लैट खरीदने की बजाए स्थापित और अच्छे ट्रैक रिकॉर्ड वाले बिल्डर से प्रॉपर्टी खरीद सकते हैं. 


जरूर चेक करें लीगल पेपरवर्क 
आप जिस प्रॉपर्टी में निवेश करने जा रहे हैं, उसके लीगल पेपरवर्क में कोई कोताही न बरतें. समझ नहीं आ रहा है तो किसी वकील की मदद ले सकते हैं. इसके लिए आपको थोड़ा अतिरिक्त पैसा खर्च करना पड़ सकता है. लेकिन लाखों, करोड़ों रुपये के निवेश के आगे ये रकम काफी कम होगी. इससे आपको भविष्य में कानूनी पचड़े से बचने में मदद मिलेगी.


रेरा में करें शिकायत
बता दे कि रियल एस्टेट रेग्युलेटरी अथॉरिटी (RERA) रेरा से आपको उस प्रॉपर्टी या बिल्डर्स से जुड़े कई सवालों का जवाब मिल सकते है. जब कोई बिल्डर रेरा में प्रोजेक्ट का रजिस्ट्रेशन करता है, तो इसका मतलब है कि उनके द्वारा जो भी घोषणाएं की है, उनको उसे पूरा करना पड़ेगा. अगर बिल्डर अपनी घोषणाओं को समय पर पूरा नहीं करता है, या फिर उसमें कुछ गड़बड़ करता है तो आप उसके खिलाफ रेरा में शिकायत भी कर सकते है. जिसके बाद सरकार की और से बिल्डर पर कार्रवाई हो सकती है.


ये भी पढ़ें


FTX Exchange Crash: रातोंरात धराशायी होने वाले क्रिप्टो एक्सचेंज के पीछे का चेहरा हैं निषाद सिंह, जानें उनके बारे में