Festive Season: रियल एस्टेट सेक्टर से क्यों गायब हुए डिस्काउंट-ऑफर, फेस्टिव सीजन में कभी रहती थी बहार
Real Estate Sales: आमतौर पर रियल एस्टेट डेवलपर्स टॉप 7 शहरों में कीमत पर डिस्काउंट देने के अलावा कार और फर्नीचर जैसी महंगी चीजें गिफ्ट किया करते थे. मगर, इस साल ऐसा होता नहीं दिखाई दे रहा है.
Real Estate Sales: इस साल फेस्टिव सीजन (Festive Season) के बावजूद रियल एस्टेट (Real Estate) डेवलपर्स ऑफर्स और डिस्काउंट का गेम नहीं खेल रहे हैं. हर साल नवरात्रि से लेकर दीपावली तक मार्केट में इतने तरह के ऑफर रहते थे कि लोग चकरा जाते थे कि आखिर क्या करें. मगर, इस साल मार्केट में बड़े ऑफर नहीं दिखाई दे रहे हैं. विशेषज्ञों का मानना है कि पिछले कुछ महीनों में हुई जबरदस्त सेल के चलते अब डेवलपर्स के ज्यादा मकान मौजूद नहीं हैं. ऐसे में उन्हें ऑफर देने की कोई जरूरत महसूस नहीं हो रही है.
इंवेंट्री क्लियर करने के लिए दे रही थीं डिस्काउंट और ऑफर
मनी कंट्रोल की रिपोर्ट के अनुसार, इस समय मार्केट में सस्ते और मिड लेवल की कीमतों वाले मकानों की ज्यादा इंवेंट्री नहीं बची हुई है. पिछले कुछ सालों में रियल एस्टेट सेक्टर इसी समस्या से जूझ रहा था. इसके चलते उन्हें इंवेंट्री क्लियर करने के लिए भारी डिस्काउंट और ऑफर का सहारा लेना पड़ता था. अब कोविड 19 के बाद स्थिति में बड़ा बदलाव आया है. लोग बड़े और महंगे घर खरीद रहे हैं. यहां तक की लग्जरी घरों की बुकिंग में भी जबरदस्त उछाल है. ऐसे में इंवेंट्री तेजी से घटी है. इसके चलते रियल एस्टेट डेवलपर्स पर फिलहाल कोई दबाव नहीं है.
कार, फर्नीचर और कीमत पर छूट नहीं दी जा रही इस बार
रियल एस्टेट डेवलपर्स टॉप 7 शहरों में मकान बेचने के लिए फिलहाल गोल्ड कॉइन, फोन, मॉड्यूलर किचन जैसी चीजें फ्री दे रहे हैं. आमतौर पर हर साल दिए जाने वाले भारी भरकम डिस्काउंट के मुकाबले यह कुछ भी नहीं है. पहले घरों की कीमत पर 5 से 10 फीसदी डिस्काउंट तक दे दिया जाता था. इसके अलावा लाखों रुपये के कैशबैक भी ऑफर किए जाते थे. कोई डेवलपर कार देता था तो कोई फर्नीचर एवं होम एप्लायंसेज. घरों की बिक्री में पिछले महीने कुछ गिरावट जरूर आई है लेकिन, उससे पहले हुई जबरदस्त सेल के चलते स्थिति गंभीर नहीं है.
प्रीमियम और लग्जरी हाउसिंग सेगमेंट पर अब ज्यादा फोकस
जुलाई-सितंबर तिमाही के दौरान सालाना आधार पर घरों की बिक्री मिड सेगमेंट लगभग 13 फीसदी कम हुई है. इसके अलावा 50 लाख रुपये से सस्ते घरों की बिक्री 14 फीसदी घटी है. गोदरेज प्रॉपर्टीज (Godrej Properties) और मैक्रोटेक डेवलपर्स (Macrotech Developers) जैसे बड़े खिलाड़ियों ने तो अब अपना पूरा फोकस प्रीमियम और लग्जरी हाउसिंग सेगमेंट पर कर दिया है.
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