Recession in World 2023: ग्लोबल स्तर पर मंदी की आशंका के कारण कई कंपनियां बंद हो चुकी हैं. बैंकिंग सेक्टर पर इसका बुरा असर पड़ा है. वहीं आईटी सेक्टर से ज्यादातर कंपनियों ने कर्मचारियों को निकाला है. इस बीच एक ऐसा डाटा सामने आया है, जो वाकई डरावना है. अमेरिका, ब्रिटेन, न्यूजीलैंड और कनाड़ा जैसे देशों में भारी मंदी का अनुमान है. हालांकि इस डाटा में भारत को बड़ी राहत मिली है.
मंदी वाले टॉप तीन देश
भारत में मंदी की संभावना शून्य है. World of Statistics के डाटा के अनुसार, सबसे ज्यादा मंदी का असर ब्रिटेन में दिखने का अनुमान है. यहां मंदी के 75 फीसदी रहने का अनुमान है. इसके बाद दूसरे नंबर पर न्यूजीलैंड है, जहां मंदी का 70 फीसदी असर हो सकता है. अमेरिका इस मामले में तीसरे नंबर पर रहेगा, जहां मंदी का असर 65 फीसदी होने की संभावना है.
50 फीसदी से ज्यादा इन देशों में मंदी की संभावना
फ्रांस में भी मंदी होने की संभावना हैं, क्योंकि यहां भी कई कंपनियां आर्थिक कमी के कारण प्रभावित हुई हैं. फ्रांस में 50 प्रतिशत मंदी का असर हो सकता है. वहीं कनाडा में 60 फीसदी, इटली में 60 फीसदी और जर्मनी में भी 60 फीसदी मंदी का असर दिख सकता है.
चीन-जापान में कितना रहेगा मंदी का असर
- साउथ अफ्रीका में 45 फीसदी मंदी की संभावना
- अस्ट्रेलिया में 40 फीसदी मंदी की संभावना
- रूस में मंदी की संभावना 37.5 फीसदी
- जापान में मंदी की संभावना 35 फीसदी
- साउथ कोरिया में मंदी की उम्मीद 30 फीसदी
- मेक्सिको में मंदी की संभावना 27.5 फीसदी
- स्पेन में ये 25 फीसदी रहने की उम्मी है
- स्विट्जरलैंड में मंदी का असर 20 होने की संभावना
- ब्राजील में 15 फीसदी और चीन में 12.5 फीसदी मंदी का अनुमान
भारत में मंदी नहीं होने का अनुमान
दुनिया में मंदी के अनुमान डाटा के मुताबिक, सिर्फ भारत ही एक ऐसा देश है, जहां मंदी नहीं रहने वाली है. वहीं इंडोनेशिया में मंदी का असर सिर्फ 2 फीसदी और सऊदी अरबिया में ये अनुमान 5 फीसदी का है.
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