Real Estate Sector: महंगे होम लोन और घरों की कीमतों में तेज उछाल के बावजूद हाउसिंग डिमांड पर असर नहीं, सेल्स के टूटे सारे रिकॉर्ड
Housing Sales In India: भारत का हाउसिंग सेक्टर महंगे होम लोन और कीमतों में उछाल से पूरी तरह अछूता है. हाउसिंग सेल्स के आंकड़े इस ओर इशारा कर रहे हैं.
Real Estate Sector In India: वित्त वर्ष 2022-23 रियल एस्टेट सेक्टर के लिए शानदार रहा है. हाउसिंग सेक्टर के लिहाज से सात प्रमुख शहरों में बीते वित्त वर्ष में 3.47 लाख करोड़ रुपये के घरों की बिक्री हुई है जो 2021-22 के मुकाबले 48 फीसदी ज्यादा है. घरों की बिक्री में ये बढ़ोतरी तब आई है जब 2022-23 में सबसे ज्यादा होम लोन पर ब्याज दरों में बढ़ोतरी हुई तो साथ ही प्रॉपर्टी की कीमतों में तेज उछाल देखने को मिली थी.
रियल एस्टेट कसंलटेंट एनारॉक के मुताबिक 2022-23 में हाउसिंग डिमांड में तेज उछाल रही जबकि इस दौरान कीमतों में बढ़ोतरी भी हुई. 2021-22 में कुल 2,34,850 करोड़ रुपये के घरों की सेल्स हुई थी जो 2022-23 में बढ़कर 3,46,960 करोड़ हुई है. घरों की संख्या के लिहाज से देखें तो 2021-22 में कुल 2,77,783 घरों की बिक्री हुई थी जो 2022-23 में बढ़कर 3,79,095 यूनिट्स पर जा पहुंची. एनारॉक समूह के चेयरमैन अनुज पुरी ने कहा, भारत के रियल एस्टेट सेक्टर का हाउसिंग सेगमेंट लगातार तेजी के साथ ग्रोथ दिखा रहा है.
आंकड़ों के मुताबिक, दिल्ली-एनसीआर में 2022-23 में घरों की सेल्स 42 फीसदी की बढ़ोतरी के साथ 50,620 करोड़ रुपये की रही जो 2021-22 में 35,610 करोड़ रुपये की रही थी. मुंबई मेट्रोपॉलिटन रीजन में (MMR) में हाउसिंग सेल्स 2021-22 में 1,14,190 करोड़ रुपये की रही थी 2022-23 में 1,67,210 करोड़ रुपये की रही. यानि 46 फीसदी का उछाल देखने को मिला है. कुल हाउसिंग सेल्स में एमएमआर रीजन की हिस्सेदारी 30 फीसदी रही है.
बेंगलुरु में 2021-22 के कुल 26,100 करोड़ रुपये के घरों की सेल्स हुई थी जो 49 फीसदी के उछाल के साथ 2022-23 में 38,870 करोड़ रुपये की रही. पुणे में 2021-22 के 19,100 करोड़ रुपये के मुकाबले 2022-23 में 77 फीसदी के उछाल के साथ 2022-23 में 33,730 करोड़ रुपये के घरों की सेल्स हुई है. हैदराबाद में 2021-22 के 23,190 करोड़ रुपये के मुकाबले 2022-23 में 34,820 करोड़ रुपये के घरों की सेल्स हुई जो 50 फीसदी ज्यादा है. चेन्नई में 2021-22 में 8,940 करोड़ रुपये के घरों की सेल्स हुई थी जो 2022-23 में 24 फीसदी के उछाल के साथ 11,050 करोड़ रुपये की रही. कोलकाता में 2021-22 के 7,720 करोड़ रुपये के मुकाबले 2022-23 में 10,660 करोड़ रुपये की घरों की घरों की सेल्स हुई है जो 38 फीसदी ज्यादा है.
हैरानी की बात ये है कि भारत का हाउसिंग सेक्टर महंगे होम लोन और कीमतों में उछाल से पूरी तरह अछूता है. आरबीआई के रेपो रेट को 4 फीसदी से बढ़ाकर 6.50 फीसदी करने के बाद सभी बैंकों से लेकर हाउसिंग फाइनैंस कंपनियों ने होम लोन पर ब्याज दरें बढ़ा दी. तो कमोडिटी के दामों में बढ़ोतरी के चलते बिल्डर्स ने घर महंगा कर दिया इसके बावजूद हाउसिंग सेल्स में रिकॉर्ड उछाल देखने को मिला है.
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