India Real Estate Sector: देश का रियल एस्टेट सेक्टर सबसे ज्यादा रोजगार देने वाले सेक्टर्स में शुमार हो गया है. 2023 कैलेंडर ईयर के खत्म होने पर रियल एस्टेट सेक्टर में मिलने वाले रोजगार की संख्या बढ़कर 7.1 करोड़ हो गया है जो 10 साल पूर्व 2013 में 4 करोड़ था. रियल एस्टेट कंसलटेंट एनारॉक और रियल एस्टेट डेवपलर्स की बॉडी नारडेको ने अपनी रिपोर्ट में कहा कि पिछले 10 वर्षों में रियल एस्टेट सेक्टर ने 3 करोड़ से ज्यादा नई नौकरियां दी है.
सरकार के कदमों से हुआ सेक्टर को फायदा
सोमवार 8 अप्रैल 2024 को एनारॉक-नारेडको ने ‘रियल एस्टेट अनबॉक्स्ड: द मोदी इफेक्ट’ नाम से रिपोर्ट जारी किया है. रिपोर्ट के मुताबिक भारत के रेसिडेंशियल रियल एस्टेट मार्केट को प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के नेतृत्व वाली सरकार के कई सुधार वाले उठाये गए कदमों में बेहद फायदा हुआ है. इन सुधारों से उद्योग को मजबूत होकर उभरने और नयी ऊंचाइयां छूने में मदद मिली है. रिपोर्ट के मुताबिक, मोदी सरकार के नीतिगत सुधारों से मिले सपोर्ट के चलते रेसिडेंशियल सेक्टर ने शानदार ग्रोथ दर्ज की है जिसके चलते रोजगार के मौके भी तेजी के साथ बढ़े हैं.
18% वर्कफोर्स रियल एस्टेट में
रिपोर्ट में बताया गया कि देश के कुल वर्कफोर्स में रियल एस्टेट सेक्टर की हिस्सेदारी अब 18 फीसदी से ज्यादा हो गई है. रिपोर्ट के मुताबिक रियल एस्टेट के लिहाज से भारत के टॉप सात रेसिडेंशियल मार्केट्स में 2014 और 2023 के बीच कुल 29.32 लाख हाउसिंग यूनिट्स तैयार हुईं जिसमें 28.27 लाख हाउसिंग यूनिट्स की सेल्स देखने को मिली है.
इस रिपोर्ट पर नारेडको के नेशनल प्रेसीडेंट जी हरि बाबू ने कहा कि रियल एस्टेट रेग्यूलेटरी अथॉरिटी यानि रेरा के साथ जीएसटी और प्रधानमंत्री आवास योजना जैसी योजनाओं के जरिये सरकार ने पिछले 10 वर्षों में रियल एस्टेट क्षेत्र को मजबूती प्रदान की है. एनारॉक के चेयरमैन अनुज पुरी ने कहा कि टॉप सात बाजारों - दिल्ली-एनसीआर, मुंबई महानगरीय क्षेत्र (एमएमआर), कोलकाता, चेन्नई, बेंगलुरु, हैदराबाद और पुणे में घरों की मांग के साथ साथ कीमतों में भी भारी बढ़ोतरी देखने को मिली है.
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