रिलायंस इंडस्ट्रीज की 46वीं एनुअल जनरल मी​टिंग सोमवार यानी 28 अगस्त को होने वाली है. इस दौरान सभी निवेशकों की निगाहें मुकेश अंबानी के भाषण पर होंगी. निवेशकों को उम्मीद है कि मुकेश अंबानी कुछ खास एलान कर सकते हैं. ​ 


पिछले कुछ सालों में अंबानी परिवार की ओर से कुछ बड़े एलान आमतौर पर एजीएम में होती रही हैं. इस कारण सोमवार को होने वाली बैठक खास हो सकती है. हालांकि इस साल अंबानी परिवार दो बड़े एलान कर चुका है, जिसमें जियो फाइनेंस सर्विसेज की लिस्टिंग और रिलायंस रिटेल वेंचर्स में हिस्सेदारी बिक्री का फैसला शामिल हैं. 


रिटेल कारोबार के आईपीओ लाने की तैयारी 


बुधवार को ग्रुूप ने घोषणा की कि कतर इन्वेस्टमेंट अथॉरिटी रिटेल ब्रांच में करीब 1 फीसदी हिस्सेदारी लेगी, जिससे देश की सबसे बड़ी रिटेल कंपनी का प्राइस 100 अरब डॉलर आंका जाएगा. अंबानी के रिटेल बिजनेस का वैल्यूवेशन तीन साल के भीतर दोगुना हो गया है. ऐसे मे इसका आईपीओ (IPO) लाने की तैयारी की जा रही है.


क्या हो सकते हैं एलान 


बता दें कि रिलायंस जियो इस साल दिसंबर से पहले पूरे भारत में 5G रोलआउट पूरा करने की राह पर है. एजीएम इस बात को दोहराया जा सकता है. वहीं जियो फाइनेंस सर्विस के कारोबार को लेकर रोडमैप पर घोषणा की जा सकती है. इसके अलावा, एनर्जी सेक्टर में रिलायंस न्यू एनर्जी में निवेश पर अपडेट भी जारी किया जा सकता है. 


गौरतलब है कि साल 2019 में आरआईएल की एजीएम में मुकेश अंबानी ने पहली बार ग्रुप के टेलीकॉम और रिटेल बिजनेस को लिस्ट करने की योजना का एलान किया था. वहीं साल 2020 में अंबानी ने प्रमुख प्राइवेट इक्विटी फर्मों और सॉवरेन वेल्थ फंड को रिलायंस जियो और रिलायंस रिटेल दोनो में हिस्सेदारी बेचकर एक बड़ा फंड जुटाने का प्लान बनाया था. 


इसके बाद रिलायंस रिटेल ​वेंचर्स ने 47,265 करोड़ रुपये जुटाए, जिससे कंपनी का प्राइस 4.21 लाख करोड़ रुपये हो गया है. वैल्यूवेशन में तेज विस्तार निजी इक्विटी निवेशकों को आकर्षित कर सकता है. ऐसे में उम्मीद बढ़ रही है कि अंबानी एजीएम में रिलायंस रिटेल के आईपीओ पर कुछ रंग जमाएंगे. 


ये भी पढ़ें 


Jio Financial Services: मोतीलाल ओसवाल म्यूचुअल फंड ने 754 करोड़ रुपये के खरीदे जियो फाइनेंशियल के शेयर्स, हरे निशान में स्टॉक हुआ क्लोज