Competition Commission of India: भारत के एंटरटेनमेंट सेक्टर की सबसे बड़ी डील माने जाने वाली डिज्नी और रिलायंस का 8.5 अरब डॉलर का मर्जर भारतीय प्रतिस्पर्धा आयोग (CCI) की रुकावट का सामना कर रहा है. सीसीआई ने क्रिकेट ब्रॉडकास्ट राइट समेत कई मसलों को लेकर चिंता जताई थी. अब जानकारी सामने आई है कि रिलायंस (Reliance) और डिज्नी (Disney) क्रिकेट राइट्स के अलावा लगभग हर मुद्दे पर सीसीआई को सहमति दे चुके हैं. अब सीसीआई को आगे फैसला लेना है कि वह इस मर्जर को मंजूरी देता है या नहीं.


विज्ञापन के रेट तेजी से न बढ़ाने के लिए तैयार


रिलायंस और डिज्नी के मर्जर से बनने वाली विशाल कंपनी सीधा सोनी, नेटफ्लिक्स और अमेजन से टक्कर लेगी. हाल ही में आई रायटर्स की एक एक रिपोर्ट में दावा किया गया था कि कम्पटीशन कमीशन ऑफ इंडिया (Competition Commission of India) का मानना है कि इस मर्जर से भारत में क्रिकेट राइट्स को लेकर प्रतिस्पर्धा कमजोर पड़ जाएगी. अब सूत्रों के आधार पर बिजनेस स्टैंडर्ड की रिपोर्ट में दावा किया गया है कि रिलायंस और डिज्नी क्रिकेट प्रसारण अधिकार को लेकर अड़े हुए हैं. हालांकि, वो विज्ञापन के रेट तेजी से न बढ़ाने के लिए तैयार हो गए हैं. साथ ही उन्होंने सीसीआई को आश्वासन दिया है कि विज्ञापन के रेट अतार्किक नहीं रखे जाएंगे.


दोनों कंपनियां 10 चैनल भी बंद करने को हुईं राजी


रिलायंस और डिज्नी के मर्जर से बनने वाली मीडिया कंपनी के पास क्रिकेट ब्रॉडकास्ट राइट्स के अलावा लगभग 120 चैनल और 2 स्ट्रीमिंग प्लेटफॉर्म भी होंगे. इनमें से लगभग 10 चैनल कंपनियां बंद करने को तैयार हैं. सीसीआई ने इन कंपनियों से कहा था कि वो अपने कुछ क्रिकेट प्रसारण राइट्स बेच दें. सूत्रों ने कहा है कि इसके लिए दोनों कंपनियां तैयार नहीं हैं. इस बारे में अभी तक सीसीआई, रिलायंस या डिज्नी की तरफ से कोई आधिकारिक बयान नहीं आया है. कंपनियों ने सिर्फ इतना कहा है कि वह क्रिकेट मैचों के दौरान विज्ञापन के रेट तेजी से नहीं बढ़ाएंगे. हालांकि, वो कोई प्राइस कैप लगाने को फिलहाल तैयार नहीं हैं. 


क्रिकेट मैचों का फ्री प्रसारण कर रही हैं दोनों कंपनियां 


क्रिकेट भारत का सबसे लोकप्रिय खेल है. इन कंपनियों ने इसके ब्रॉडकास्ट राइट लेने के लिए लगभग 9.5 अरब डॉलर खर्च किए हैं. सूत्रों ने कहा है कि अब कंपनियों के जवाब का सीसीआई द्वारा विश्लेषण किया जाएगा. साथ ही अपनी चिंताओं के निवारण के लिए सीसीआई और ज्यादा जांच भी कर सकता है. हाल के कुछ सालों में दोनों ही कंपनियों ने क्रिकेट मैचों का फ्री प्रसारण किया है. उन्हें उम्मीद थी कि मैच देखने के साथ ही लोग उनका सब्सक्रिप्शन भी खरीदेंगे. जेफ्रीज ने हाल ही में कहा था डिज्नी और रिलायंस के मर्जर से बनने वाली कंपनी की टीवी और स्ट्रीमिंग सेगमेंट के विज्ञापनों पर लगभग 40 फीसदी हिस्सेदारी हो जाएगी.


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