Reliance Foundation Vantara: रिलायंस फाउंडेशन ने देश को दिया वनतारा का तोहफा, अनंत अंबानी बोले- जानवरों के लिए बनेगा सहारा
Anant Ambani: मुकेश अंबानी और नीता अंबानी के बेटे अनंत अंबानी ने वनतारा प्रोग्राम के बारे में विस्तृत जानकारी दी. इसके तहत जानवरों को जंगल जैसा माहौल, इलाज और खाने-पीने की बेहतर सेवाएं मिलेंगी.
Anant Ambani: रिलायंस इंडस्ट्रीज (Reliance Industries) और रिलायंस फाउंडेशन (Reliance Foundation) ने सोमवार को वनतारा प्रोग्राम (Vantara Programme) को लॉन्च किया है. वनतारा प्रोग्राम (Star of the Forest) अनंत अंबानी की पहल है. इसे जानवरों के बचाव, देखभाल, पुनर्वास और इलाज के लिए शुरू किया गया है. वनतारा प्रोग्राम न सिर्फ भारत बल्कि दुनिया के कई देशों में काम कर रहा है. इसे रिलायंस के जामनगर में रिफाइनरी कॉम्प्लेक्स में स्थित 3000 एकड़ के ग्रीन बेल्ट में बनाया गया है. इस ग्रीन बेल्ट में जंगल जैसा माहौल इन जानवरों को उपलब्ध कराया जा रहा है ताकि वो घर जैसा महसूस कर सकें.
हेल्थकेयर, हॉस्पिटल, रिसर्च एवं अकादमिक सेंटर बनाया
रिलायंस इंडस्ट्रीज और रिलायंस फाउंडेशन के बोर्ड में डायरेक्टर अनंत अंबानी (Anant Ambani) ने बताया कि वनतारा प्रोग्राम में हमने जानवरों के लिए वर्ल्ड क्लास हेल्थकेयर, हॉस्पिटल, रिसर्च एवं अकादमिक सेंटर खोला है. इस कार्यक्रम के तहत इंटरनेशनल यूनिवर्सिटी और संस्थाओं से भी हाथ मिलाया गया है. अनंत अंबानी ने बताया कि जामनगर कॉम्प्लेक्स में रिन्यूएबल एनर्जी को बढ़ावा देकर रिलायंस को 2035 तक नेट कार्बन जीरो कंपनी बनाने का उद्देश्य पूरा करना है. वनतारा प्रोग्राम के तहत पिछले कुछ सालों में 200 से ज्यादा हाथियों, पशु-पक्षियों और सरीसृप को बचाया जा चुका है. अब कार्यक्रम के तहत गैंडों, तेंदुओं और मगरमच्छों को बचाने के प्रयास भी किए जा रहे हैं. वनतारा ने मेक्सिको और वेनेजुएला में भी बचाव मिशन को अंजाम दिया है.
अनंत अंबानी बोले, बचपन के पैशन को मिशन बनाया
अनंत अंबानी ने बताया कि यह मेरा बचपन का पैशन है और अब यह मिशन बन चुका है. हम खतरनाक स्थिति में पहुंच चुके जानवरों को बचाने की पूरी कोशिश करेंगे. वनतारा प्रोग्राम के तहत हम उन्हें रहने की एक अच्छी जगह उपलब्ध कराना चाहते हैं. हमें खुशी है कि भारत समेत दुनिया के कई वन्यजीव एवं मेडिकल एक्सपर्ट इस कार्यक्रम से जुड़ गए हैं. हम जू अथॉरिटी ऑफ इंडिया से भी हाथ मिलाना चाहते हैं. अनंत अंबानी ने जीव सेवा को ईश्वर और मानवता की सेवा के बराबर बताया. वनतारा प्रोग्राम में शैक्षणिक संस्थाओं से हाथ मिलाकर वन्यजीवों के संरक्षण का महत्त्व बताया जाएगा. आज वनतारा में 200 हाथी, 300 तेंदुए, बाघ, शेर और जगुआर हैं. साथ ही 300 हिरन और 1200 से ज्यादा मगरमच्छ, सांप और कछुए हैं.
इन देशी-विदेशी संस्थाओं के साथ काम कर रहा वनतारा
वनतारा प्रोग्राम ने वेनेजुएलन नेशनल फाउंडेशन ऑफ जूस और स्मिथसोनियन एंड वर्ल्ड एसोसिएशन ऑफ जूस एंड अक्वेरियम्स के साथ मिलकर काम शुरू किया है. भारत में यह नेशनल जूलॉजिकल पार्क, असम स्टेट जू, नागालैंड जूलॉजिकल पार्क और सरदार पटेल जूलॉजिकल पार्क समेत कई संस्थाओं से हाथ मिलाया है.
एलीफेंट सेंटर
3000 एकड़ में फैले वनतारा में स्टेट ऑफ द आर्ट एलीफेंट सेंटर (Elephant Center) भी होगा. इसमें हाइड्रोथेरेपी पूल, वाटर बॉडी और हाथियों के आर्थराइटिस के इलाज के लिए जकूजी भी होगा. यहां 500 लोगों का प्रशिक्षित स्टाफ हाथियों की देखभाल करेगा. इसमें 25 हजार स्क्वायर फीट का हॉस्पिटल भी होगा. इसमें हर तरह के आधुनिक उपकरण होंगे. यहां हाथियों की सर्जरी भी की जा सकेगी. एलीफेंट सेंटर में 14 हजार स्क्वायर फीट का किचन भी होगा. सेंटर में आयुर्वेद का इस्तेमाल भी किया जाएगा.
रेस्क्यू एंड रिहैब सेंटर
वनतारा प्रोग्राम के तहत 650 एकड़ में रेस्क्यू एंड रिहैब सेंटर (Rescue & Rehabilitation Centre) भी है. सेंटर ने लगभग 200 घायल तेंदुओं को बचाया है. साथ ही 1000 से ज्यादा मगरमच्छ भी बचाए गए हैं. इन्हें अफ्रीका, स्लोवाकिया और मेक्सिको से बचाया गया है. इसमें सर्कस और जू से लाए गए जानवर रखे जाएंगे. इस सेंटर में 2100 से ज्यादा स्टाफ है. इस सेंटर में 1 लाख स्क्वायर फीट का हॉस्पिटल एवं मेडिकल रिसर्च हॉस्पिटल भी है. इसमें 7 ऐसी प्रजीतियां हैं, जो खतरे के निशान पर पहुंच चुकी हैं.
क्या है रिलायंस फाउंडेशन
रिलायंस फाउंडेशन की फाउंडर एवं चेयरमैन नीता अंबानी (Nita Ambani) हैं. यह संस्था ग्रामीण क्षेत्रों के विकास, शिक्षा, स्वास्थ्य, खेल, डिजास्टर मैनेजमेंट, महिला उत्थान, कला एवं संस्कृति को बढ़ावा देने का काम करती है. अभी तक संस्था ने 55400 गांवों में 72 लाख लोगों के उत्थान पर काम किया है.
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