रिलायंस करेगी 40 हजार करोड़ रुपये का निवेश: BP के साथ गैस प्रोडेक्शन बढ़ाने पर बड़ा ऐलान
नई दिल्लीः रिलायंस इंडस्ट्रीज के चेयरमैन और मैनेजिंग डायरेक्टर मुकेश अंबानी ने आज ऐलान किया कि बीपी (ब्रिटिश पेट्रोलियम) के साथ मिलकर गैस उत्पादन के क्षेत्र में 40 हजार करोड़ रुपये या 6 बिलियन डॉलर का निवेश किया जाएगा. गैस उत्पादन के क्षेत्र में बीपी और रिलायंस इंडस्ट्रीज के स्टेटिजिक अलायंस (रणनीतिक साझेदारी) से गैस का प्रोडेक्शन 2020-2022 तक शुरू हो जाएगा.
बीपी के ग्रुप चीफ बॉब डुडली के साथ एक जॉइंट प्रेस कॉन्फेंस में मुकेश अंबानी ने 3-5 सालों में 40,000 करोड़ के नए निवेश का ऐलान किया. इसके जरिए 3 ट्रिलियन क्यूसेक गैस या 30-35 एमसीएमडी गैस उत्पादन होने की उम्मीद जताई. इससे भारत की इंपोर्टेड गैस पर निर्भरता कम होगी और एनर्जी प्रोडेक्शन के मामले में भारत आत्मनिर्भरता की तरफ बढ़ेगा. आरआईएल फ्यूल रिटेलिंग पर बीपी के साथ मिलकर काम करेगा. रिलायंस जियो में शानदार निवेश के बाद अब गैस प्रोडक्शन के लिए भी इतने बड़े पैमाने पर निवेश का ऐलान कर मुकेश अंबानी ने गैस सेक्टर में अपना बड़ा मुकाम बनाने का साफ संकेत दिया है.
जानें क्या खास है इस स्ट्रेटेजिक पार्टरशिप में
- भारत की बीपी के साथ साझेदारी अपस्ट्रीम और डाउनस्ट्रीम दोनों सेगमेंट के तहत आगे बढ़ेगी. 3 फील्ड मे 40,000 करोड़ रुपये का निवेश किया जाएगा और इससे ऑइल एंड गैस, लो कार्बन फ्यूल्स, एलएनजी, कार्बन फ्री और इनोवेटिव गैस प्रोडक्शन का लक्ष्य है.
- ये गैस ज्यादा सुलभ, ज्यादा सस्ती और ज्यादा एनवायरमेंट फ्रेंडली होगी.
- स्ट्रेटेजिक कॉर्पोरेशन के तहत डिफरेंशियल फ्यूल, लो कार्बन एनर्जी प्रोडेक्शन, एविएशन फ्यूल मार्केटिंग और ट्रेडिशनल गैस से आगे बढ़कर न्यू एज एनर्जी के लिए काम किया जाएगा.
- सोलर एंड विंड जैसी रिन्यूएबल एनर्जी और हाइड्रोकार्बन गैस के उत्पादन पर भी ध्यान दिया जाएगा. लो कार्बन, रीन्यूएबल एनर्जी सभी क्षेत्र में काम किया जाएगा और गैस प्रोडेक्शन के लिए प्रोजेक्ट ऑपरेशनल होंगे.
- बीपी और आरआईएल की स्ट्रेटेजिक पार्टरशिप के जरिए साथ मिलकर इस जॉइंट वेंचर से नए टेक्नोलॉजिकल चेंज आएंगे और इंडिया फर्स्ट की भावना को लेकर ये काम किया जा रहा है. बीपी के साथ इतने बड़े निवेश का दुनिया में अपनी तरह का ये पहला कदम है.
- पारंपरिक एनर्जी के तरीके से बढ़कर डिजिटाइजेशन, क्लाइमेट चेंज सहित सभी मोर्चों को ध्यान में रखकर इस एनर्जी वर्टिकल का ऐलान किया गया है.
- बीपी के साथ मिलकर एविएशन फ्यूल कारोबार के विस्तार के साथ ही एडवांस लो-कार्बन फ्यूल को डेवलप करेंगे.
- केजी-डी6 में 600 करोड़ डॉलर तक के कॉन्ट्रैक्ट देने का भी ऐलान किया गया है.
मुकेश अंबानी ने कहा कि भारत में फिलहाल 40 लाख बैरल गैस की प्रतिदिन की खपत है जो 6- 7 सालों में 10 फीसदी बढ़ जाएगी. इस जरूरत को पूरा करने और इंपोर्टेड गैस की बजाए अपने देश में प्रोड्यूस्ड गैस की जरूरत है. इस पार्टनरशिप से देश के ग्रामीण, फार्म. इंडस्ट्रियल, और रोड के लिए गैस एंड एनर्जी को जरूरतों को पूरा किया जाने पर खास ध्यान है.
मुकेश अंबानी ने कहा कि रिलायंस को बीपी के साथ अपस्ट्रीम सेक्टर में भागीदारी के साथ गर्व है. रिलायंस और बीपी की साझेदारी भारत के ग्लोबल एनर्जी लीडर्स बनने की दिशा में बड़ा कदम है. भारत सरकार की तरफ से भी न्यू एनर्जी पॉलिसी आने वाली है. वहीं बीपी और आरआईएल के पास नेक्सट जेनरेशन बिजनेस मॉडल है. लिहाजा जो साझेदारी की जा रही है वो वाकई देश के गैस उत्पादन के क्षेत्र में गेमचेंजर साबित होगी.
ये 20 साल का विजन है और लंबी अवधि के इस बिजनेस को सफल करने के लिए दोनों कंपनियां प्रतिबद्ध हैं. दोनों कंपनियां दुनिया की बेस्ट यूनिवर्सिटीज और बेस्ट जानकारों के साथ काम करेंगे और रिलायंस अपना पूरा इंफ्रास्ट्रक्चर इसके लिए मुहैया कराएगी. बीपी-आरआईएल का जॉइंट वेंचर रोजगार के भी लाखों मौके देगा और गैस प्रोडेक्शन में भारत को ग्लोबल लीडर्स में शुमार कराएगा.