Semiconductor Manufacturing: रिलायंस इंडस्ट्रीज (Reliance Industries) अब सेमीकंडक्टर मैन्यूफैक्चरिंग (Semiconductor Manufacturing) के क्षेत्र में भी कदम रखने की तैयारी में है. रिलायंस इंडस्ट्रीज और दिग्गज आईटी कंपनी एचसीएल (HCL) सेमीकंडक्टर वाटर फैब के लिए आवेदन देने वाली कंपनी आईएसएमसी एनालॉग (ISMC Analog) में करीब 30-30 फीसदी हिस्सेदारी खरीदने की तैयारी में है. मीडिया रिपोर्ट्स के मुताबिक रिलायंस इंडस्ट्रीज और शिव नादर की एचसीएल हिस्सेदारी खरीदने के लिए 4000 करोड़ रुपये निवेश कर सकती है.
आईएसएमसी एनालॉग मुंबई बेस्ड नेक्स्ट ऑरबिट वेंचर्स (Next Orbit Ventures) और इजरायल की टेक कंपनी टॉवर सेमीकंडक्टर ( Tower Semiconductor) का कंजर्शियम है. केंद्र सरकार के 76000 करोड़ रुपये सेमीकंडक्टर मैन्यूफैक्चरिंग प्रोग्राम के तहत सब्सिडी हासिल करने के लिए आवेदन देने वाली तीन कंपनियों में ISMC Analog भी शामिल है. कंपनी कर्नाटक के मैसूर में 3 अरब डॉलर की लागत से इलेक्ट्रॉनिक्स कलस्टर डेवलप करने वाली है. माना जा रहा है कंपनी शुरू में 40,000 वॉफर्स का हर महीने प्रोडक्शन करेगी. प्लांट में 65 नैनोमीटर का एनलॉग चिप तैयार किया जाएगा जो कि बाद में 45 नैनोमीटर तक छोटा होगा. दूसरे फेज में कंपनी 22 नैनोमीटर के साइज का चिप बनाएगी.
नेक्स्ट ऑरबिट ने अपने शेयरहोल्डिंग स्ट्रक्टर में बदलाव करने के लिए सरकार के पास आवेदन किया है. जिसमें सूचित किया गया है कि दो भारतीय कंपनियों के पास 26 फीसदी से ज्यादा लेकिन 51 फीसदी से कम हिस्सेदारी होगी. वहीं Tower Semiconductor जो कि टेक्नोलॉजी पार्टल है उसके पास 10 से 15 फीसदी हिस्सेदारी होगी. बाकी कंपनी में हिस्सेदारी नेक्स्ट ऑरबिट के पास रहेगा. ISMC Analog ने हिस्सेदारी खरीदने वाले किसी भी निवेशक का नाम लेने से फिलहाल इंकार कर दिया है.
अगर डील पूरी हुई तो वेदांता के बाद रिलायंस इंडस्ट्रीज और एचसीएल टेक बड़ी कंपनियों में शामिल होगी जो सेमीकंडक्टर मैन्यूफैक्चरिंग के क्षेत्र में कदम रख सकती है. वेदांता फॉक्सकॉन ( Vedanta-Foxconn) के साथ मिलकर गुजरात में सेमीकंडक्टर बनाने के लिए 20 बिलियन डॉलर निवेश करने जा रही है.
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