Reliance Industries: फोर्ब्स ने मार्केट कैपिटलाइजेशन के लिहाज से देश की सबसे बड़ी कंपनी रिलायंस इंडस्ट्रीज (RIL) को काम करने के लिहाज से भी भारत की सबसे अच्छी कंपनी बताया है. इसके अलावा फोर्ब्स ने आरआईएल को दुनिया की 20वीं सबसे अच्छी एंप्लॉयर बताया है. रेवेन्यू, प्रॉफिट और मार्केट कैप के हिसाब से भी आरआईएल देश की सबसे बड़ी कंपनी है. फोर्ब्स की 'विश्व की सर्वश्रेष्ठ नियोक्ता रैंकिंग 2022' में रिलायंस इंडस्ट्रीज के बारे में यह कहा गया है.
ग्लोबल रैंकिंग में सबसे ऊपर है सैमसंग इलेक्ट्रोनिक्स
ग्लोबल रैंकिंग में दक्षिण कोरिया की दिग्गज कंपनी सैमसंग इलेक्ट्रॉनिक्स सबसे ऊपर है और इसके बाद अमेरिकी कंपनी माइक्रोसॉफ्ट, आईबीएम, अल्फाबेट और एप्पल का स्थान है. इस लिस्ट में दूसरे से 12वें स्थान पर अमेरिकी कंपनियों का कब्जा है. इसके बाद जर्मनी की ऑटोमोबाइल मैन्यूफैक्चरिंग कंपनी बीएमडब्ल्यू ग्रुप 13वें स्थान पर है.
दुनिया की सबसे बड़ी ऑनलाइन विक्रेता अमेजन इस रैंकिंग में 14वें स्थान पर और फ्रांस की दिग्गज कंपनी डेकेथलॉन 15वें स्थान पर है.
वर्ल्ड रैंकिंग में किसी भारतीय कंपनी का सर्वोच्च स्थान
पेट्रोलियम से लेकर रिटेल कारोबार तक का संचालन करने वाली रिलायंस इस वैश्विक सूची में 20वें स्थान पर मौजूद है. रिलायंस इस रैंकिंग में सर्वोच्च स्थान पाने वाली भारतीय कंपनी है. यह जर्मनी की मर्सिडीज-बेंज, अमेरिकी की कोका-कोला, जापान की वाहन कंपनी होंडा और यामाहा और सऊदी अरामको से भी इस सूची में ऊपर है.
टॉप 100 में RIL के अलावा कोई और भारतीय कंपनी नहीं
फोर्ब्स के मुताबिक शीर्ष 100 कंपनियों में रिलायंस के अलावा कोई भी भारतीय कंपनी नहीं है. एचडीएफसी बैंक 137वें स्थान पर है. बजाज इस रैंकिंग में 173वें, आदित्य बिड़ला ग्रुप 240 वें, लार्सन एंड टुब्रो 354वें, आईसीआईसीआई बैंक 365वें, अडाणी एंटरप्राइजेज 547वें और इंफोसिस 668वें स्थान पर है.
बीते हफ्ते मार्केट कैप में टॉप पर आरआईएल बरकरार
बीते हफ्ते देश की सबसे मूल्यवान कंपनी आरआईएल का मार्केट कैपिटलाइजेशन पिछले हफ्ते 44,956.5 करोड़ रुपये बढ़कर 17,53,888.92 करोड़ रुपये हो गया.
रिलायंस इंडस्ट्रीज के तिमाही नतीजे
देश की सबसे बड़ी निजी कंपनी रिलायंस इंडस्ट्रीज को दूसरी तिमाही में 13,656 करोड़ रुपये का नेट प्रॉफिट हासिल हुआ है जो बीते वर्ष की इसी तिमाही में 13,680 करोड़ रुपये रहा था. कंपनी के रेवेन्यू में 33.7 फीसदी की बढ़ोतरी आई है और ये 2.32 लाख करोड़ रुपये रहा है. वहीं रिलायंस समूह का कंसॉलिडेटेड रेवेन्यू 32.4 फीसदी बढ़कर 253,497 करोड़ रुपये रहा है जो बीते साल की इसी तिमाही के मुकाबले 32.4 फीसदी ज्यादा है.
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