नई दिल्ली: रिलायंस इंडस्ट्रीज लिमिटेड (आरआईएल) का राइट्स इश्यू इस समय खुला हुआ है और आरआईएल की फंड जुटाने की इस मुहिम को निवेशकों का शानदार रिस्पॉन्स मिला है. बता दें कि आरआईएल का राइट्स इश्यू जिसका साइज 53,124 करोड़ रुपये का है भारतीय शेयर बाजार का सबसे बड़ा राइट्स इश्यू है.
मुकेश अंबानी की कंपनी आरआईएल ने हाल ही में राइट इश्यू शुरू किया है, जिसका कुल साइज 53,124 करोड़ रुपये है. राइट्स इश्यू दो दिन बाद यानी 3 मई को बंद होने वाला है, उससे पहले ही आंकड़े बताते हैं कि इसे शानदार रिस्पॉन्स मिल रहा है. गौर करने वाली बात है कि कोरोना काल में बड़े स्तर पर प्रतिक्रिया मिली है.
स्टॉक एक्सचेंज के आंकड़ों पर गौर करें तो 1 जून को शाम 5:00 बजे तक आरआईएल के राइट्स शेयरों के लिए प्राप्त कुल बोलियां 46.04 करोड़ रही, जो 42.26 करोड़ शेयरों की पेशकश पर 8.9 फीसदी थी.
बीएसई में 44.85 करोड़ राइट्स शेयर्स के लिए आवेदन मिले हैं. NSE में 0.57 करोड़ राइट्स शेयर के लिए आवेदन मिले हैं. गैर- ASBA में 0.62 करोड़ है. ये आंकड़े बताते हैं कि शेयरधारक अधिक शेयरों के लिए आवेदन कर रहे हैं.
अब दो दिन और बाकी हैं ऐसे में अगले दो दिनों में ओवरस्क्रिप्शन नंबर उच्च स्तर तक बढ़ जाएगा. रिलायंस इंडस्ट्रीज लिमिटेड के शेयरधारक बड़ी संख्या में हैं. इसके 25.4 लाख से अधिक खुदरा शेयरधारक हैं. 1700 से अधिक संस्थागत निवेशक (घरेलू और विदेशी) हैं.
जानें राइट्स इश्यू की खास बातें
इस राइट्स इश्यू को अभी दो दिन बाकी हैं और ये सभी जानते हैं कि इस तरह के राइट्स इश्यू जिनमें अलॉटमेंट निश्चित होता है, संस्थागत निवेशक आखिरी के दिनों में निवेश करते हैं. इसका साफ मतलब है कि राइट्स इश्यू का फाइनल आंकड़ा ओवरसब्सक्रिप्शन के और ऊंचे स्तर को दिखाएगा.
आरआईएल के राइट्स इश्यू का ओवरसब्सक्रिप्शन आंकड़ा निश्चित तौर पर हाल ही में आए बाकी राइट्स इश्यू के मुकाबले काफी बेहतर रहा है. मीडिया रिपोर्ट्स के मुताबिक भारती एयरटेल और और वोडाफोन आइडिया का राइट्स इश्यू जो अप्रैल-मई 2019 में आया था वो क्रमशः 5 फीसदी और 8 फीसदी ओवरसब्सक्राइब हुआ था. प्रत्येक राइट्स इश्यू का साइज रिलायंस के राइट्स इश्यू के साइज के मुकाबले आधा था.
पिछले तीन दशकों में आने वाला रिलायंस का पहला राइट्स इश्यू 3 जून 2020 को बंद होने वाला है. कंपनी अपने राइट्स इश्यू को 1:15 के अनुपात में लेकर आई है जिसके जरिए ग्राहक इसके ग्रोथ के कारक कंज्यूमर, टेक्नॉलॉजी बिजनेस में भागीदार बन सकेंगे जहां नए रणनीतिक साझेदारों ने इसे जॉइन करना शुरू किया है.
रिलायंस इंडस्ट्रीज ने अपने राइट्स इश्यू को इंवेस्टर फ्रेंडली बनाए रखने के लिए 1257 रुपये प्रति शेयर का प्राइस रखा है और वो भी 18 महीनों की तीन किश्तों में देना होगा. इसका 25 फीसदी 3 जून 2020 को देना होगा और 25 फीसदी मई 2021 में देना होगा. वहीं बाकी बचा 50 फीसदी नवंबर 2021 में देना होगा और इस तरह ये राइट्स इश्यू हर तरह से निवेशकों के लिए फायदे का सौदा साबित हो रहा है.