भारत के सबसे अमीर व्यक्ति मुकेश अंबानी प्रॉपर्टी को लेकर खूब चर्चा में रहते हैं. कभी उनका मुंबई वाला घर एंटीलिया सुर्खियों बटोरता है तो कभी देश से बाहर उनका आलीशान घर खरीदना खबर बनता है. हाल ही में मैनहट्टन स्थित एक लग्जरी अपार्टमेंट को बेचने की खबर आई थी. अब चर्चा हो रही है कि मुकेश अंबानी की कंपनी रिलायंस इंडस्ट्रीज भारत में एक स्मार्ट सिटी बना रही है.


इन 4 जापानी कंपनियों के ऑफिस


सीएनबीसी टीवी18 की एक रिपोर्ट के अनुसार, मुकेश अंबानी के इस स्मार्ट सिटी प्रोजेक्ट को लेकर दुनिया की कई बड़ी कंपनियों में उत्साह है. जापान की 4 कंपनियां Nihon Kohden, Panasonic, Denso और T-Suzuki ने रिलायंस के स्मार्ट सिटी प्रोजेक्ट में काफी दिलचस्पी दिखाई है. ये चार कंपनियां स्मार्ट सिटी में अपना ऑफिस भी स्थापित कर चुकी हैं.


यहां बन रहा है अंबानी का स्मार्ट शहर


मुकेश अंबानी का यह स्मार्ट शहर राष्ट्रीय राजधानी दिल्ली से काफी पास है. इसे रिलायंस इंडस्ट्रीज की सब्सिडियरी मॉडल इकोनॉमिक टाउनशिप लिमिटेड (Model Economic Township Limited) डेवलप कर रही है. हरियाण के झज्जर में बन रहे इस शहर को मेट सिटी नाम दिया गया है. यह शहर 8000 एकड़ से ज्यादा क्षेत्र में तैयार हो रहा है.


कनेक्टिविटी के मामले में शानदार


इस स्मार्ट सिटी की कई खासियतें हैं. सबसे बड़ी खासियत इसका लोकेशन है. राष्ट्रीय राजधानी के करीब होना इसके महत्व को बढ़ा देता है. उसके अलावा भी कई बातें हैं, जो इसकी वैल्यू बढ़ाती हैं. यह स्मार्ट सिटी Kundli Manesar Palwal (KMP) Expressway के पास है, जिससे इसकी दूरी Indira Gandhi International Airport से कम हो जाती है. यह Delhi Mumbai Industrial Corridor (DMIC) के Dedicated Freight Corridor (DFC) से भी कनेक्टेड होगा. मतलब मेट सिटी कनेक्टिविटी के तीनों माध्यमों सड़क, रेल और हवाई मार्ग से अच्छे से जुड़ा हुआ होगा.


शिक्षा और स्वास्थ्य की ऐसी सुविधाएं


रिलायंस इंडस्ट्रीज के इस स्मार्ट शहर में कई कंपनियां अपना ऑफिस खोलने में दिलचस्पी ले रही हैं. डीएनए की एक रिपोर्ट बताती है कि मेट सिटी को अभी तक 76 नई कंपनियों से करीब 1,200 करोड़ रुपये का इन्वेस्टमेंट मिल चुका है. इस स्मार्ट सिटी में करीब 2000 यूनिट की बिक्री भी हो चुकी है. इस सिटी में रहने वालों को The Sehwag School और SGT University जैसे शैक्षणिक संस्थानों की सुविधा मिलने वाली है, जबकि हेल्थ इंफ्रा के मामले में प्राइवेट संस्थानों के अलावा नजदीक में एम्स की भी सुविधा रहेगी.


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