नई दिल्लीः देश की सबसे बड़ी कंपनी रिलायंस इंडस्ट्रीज ने अपनी चौथी तिमाही के नतीजों का ऐलान कर दिया है. रिलायंस इंडस्ट्रीज (आरआईएल) ने आज कहा कि मार्च तिमाही में उसका शुद्ध मुनाफा 12.3 फीसदी बढ़ा. जनवरी मार्च 2017 की तिमाही में उसका एकीकृत शुद्ध मुनाफा 12.3 फीसदी बढ़कर 8046 करोड़ रुपये हो गया जो कि पिछले वित्त वर्ष की समान तिमाही में 7167 करोड़ रुपये रहा था.
वहीं 2016-17 के दौरान पूरे वित्त वर्ष में कंपनी ने अब तक का सबसे अधिक सालाना मुनाफा 29,901 करोड़ रुपये कमाया. यह सालाना मुनाफा बीते वित्त वर्ष की तुलना में 18.8 फीसदी अधिक है. 18.8 की बढ़त के साथ 29,901 करोड़ रुपये का मुनाफा कमाकर रिलायंस इंडस्ट्रीज ने रिकॉर्ड मुनाफे को हासिल कर लिया है.
कंपनी के मुताबिक ऊंचे रिफाइनिंग और पेट्रोकेमिकल मार्जिन के चलते इस साल कंपनी ने अच्छा प्रदर्शन दिखाया है. कंपनी के बयान में कहा गया है कि वित्त वर्ष 2016-17 की चौथी तिमाही में रिलायंस इंडस्ट्रीज को प्रति बैरल 11.5 डॉलर का रिफाइनिंग मार्जिन मिला है.
नतीजों के बारे में रिलायंस इंडस्ट्रीज के चेयरमैन मुकेश अंबानी ने कहा कि कंपनी ने सालाना आधार पर रिकॉर्ड मुनाफा हासिल किया है जो काफी उत्साहजनक है. कंपनी लगातार नई ऊंचाई हासिल कर रही है और 60.2 फीसदी की राजस्व ग्रोथ के साथ कंपनी के रिटेल कारोबार ने भी अच्छा प्रदर्शन किया है. रिलायंस जियो के जरिए कंपनी लगातार नए ग्राहकों को अपने साथ जोड़ रही है और फ्री सर्विस लेने के बाद जियो की पेड सर्विस के लिए ग्राहकों ने शानदार रिस्पॉन्स दिखाया है.
सेगमेंटवार कंपनी का प्रदर्शन
- मुकेश अंबानी की अगुवाई वाली रिलायंस इंडस्ट्रीज अपने नये टेलीकॉम वेंचर की मदद के लिए रिफाइनिंग और पेट्रोकेमिकल्स के मुख्य कारोबार पर निर्भर कर रही है. कंपनी की टेलीकॉम सब्सिडियरी कंपनी रिलायंस जियो ने 7.2 करोड़ ‘पेड’ ग्राहक हासिल किए हैं.
- इसी तरह कंपनी का पेट्रोकेमिकल्स सेगमेंट से ऑपरेशनल प्रॉफिट 26 फीसदी बढकर 3441 करोड़ रुपये हुआ जबकि रिफाइनिंग कारोबार से ऑपरेशनल प्रॉफिट लगभग 6294 करोड़ रुपये पर स्थिर रहा.
- चौथी तिमाही में कंपनी का रिफाइनिंग मार्जिन 8 साल के उच्च स्तर पर जबकि पेट्रोकेम का मार्जिन 5 साल के उच्च स्तर पर रहा.
- कारोबारी साल 2016-17 की चौथी तिमाही में रिलायंस इंडस्ट्रीज को प्रति बैरल 11.5 डॉलर का रिफाइनिंग मार्जिन मिला.
- इसी तरह चौथी तिमाही में रिलायंस का रिटेल कारोबार 10,000 करोड़ रुपये ब्रिकी कारोबार से अधिक हो गया. चौथी तिमाही में ब्रिकी कारोबार 83 फीसदी बढ़कर 10,322 करोड़ रुपये रहा.
- रिलायंस जियो के पेड ग्राहकों की संख्या आलोच्य तिमाही के आखिर में 7.2 करोड़ रही.
मार्केट कैपिटलाइजेशन में भी हुई नंबर 1
वहीं आज शेयर बाजार में आरआईएल बाजार पूंजीकरण (मार्केट कैपिटलाइजेशन) के लिहाज से सबसे मूल्यवान कंपनी रही. रिलायंस इंडस्ट्रीज ने बाजार पूंजीकरण के लिहाज से सबसे मूल्यवान कंपनी का दर्जा चार साल बाद हासिल किया. आईटी कंपनी टीसीएस को पछाड़कर रिलायंस इंडस्ट्रीज ने यह मुकाम पाया. लगभग 4 साल पहले रिलायंस इंडस्ट्रीज को पीछे छोड़कर टीसीएस मार्केट कैप के लिहाज से सबसे मूल्यवान कंपनी बन गई थी.
आज शाम को कारोबार बंद होते समय रिलायंस इंडस्ट्रीज का मार्केट कैप 4,60,518.80 करोड़ रुपये पर पहुंचा. आज टीसीएस का मार्केट कैप 4,58,932.37 करोड़ रुपये था यानी आरआईएल का मार्केट कैप टीसीएस से 1,586.43 करोड़ रुपये ज्यादा हो गया.