नयी दिल्ली: उद्योगपति मुकेश अंबानी के नेतृत्व वाली रिलायंस इंडस्ट्रीज लि. का एकीकृत शुद्ध लाभ वित्त वर्ष 2020-21 की जनवरी-मार्च तिमाही में दोगुना से अधिक बढ़कर 13,227 करोड़ रुपये रहा. खुदरा क्षेत्र के उपभोक्ता कारोबार और दूरसंचार तथा पेट्रोरसायन क्षेत्र में तिमाही आधार पर सुधार से कंपनी का लाभ बढ़ा है. हालांकि रिफाइनिंग कारोबार में सुस्ती जारी है. कंपनी ने शुक्रवार को एक बयान में कहा कि इससे पूर्व वित्त वर्ष 2019-20 की इसी तिमाही में उसे 6,348 करोड़ रुपये का शुद्ध लाभ हुआ था.


चौथी तिमाही में कंपनी को अमेरिकी शेल संपत्ति की बिक्री से 797 करोड़ रुपये का अपवादस्वरूप लाभ हुआ, जो चौथी तिमाही के परिणाम में शामिल है. रिलायंस इंडस्ट्रीज की आय आलोच्य तिमाही में 13.6 प्रतिशत बढ़कर 1,72,095 करोड़ रुपये रही.


कंपनी का तेल और रसायन कारोबार तिमाही आधार पर बेहतर हुआ, लेकिन एक साल पहले इसी तिमाही में कमाई कम हुई है. इसका कारण महामारी के कारण ईंधन मांग कम होने से रिफाइनिंग करोबार में सुस्ती है. इसकी भरपाई दूरसंचार और खुदरा कारोबार ने किया जिनका प्रदर्शन अच्छा रहा है. इन दोनों क्षेत्रों का कमाई में योगदान अब 45 प्रतिशत हो गया है जो एक साल पहले 33 प्रतिशत था.


कंपनी की दूरसंचार इकाई जियो का शुद्ध लाभ मार्च 2021 को समाप्त चौथी तिमाही में सालाना आधार पर 47.5 प्रतिशत बढ़कर 3,508 करोड़ रुपये रहा. कंपनी ने शुद्ध रूप से 1.54 करोड़ से अधिक ग्राहक जोड़े.


हालांकि इंटरकनेक्ट यूजेज चार्जेज शून्य कर उसकी जगह बिल एंड कीप (बिल काटने,अपने पास ही रखने) की जनवरी2021 से लागू नयी व्यवस्था अपनाये जाने से प्रति उपभोक्ता कमाई घटकर 138 रुपये प्रति माह पर आ गयी जो इससे पूर्व तिमाही में 151 रुपये प्रति माह थी.


किराना कारोबार से रिकार्ड आय और उपभोक्ता इलेक्ट्रॉनिक्स कारोबार में मजबूत वृद्धि से खुदरा कारोबार का कर पूर्व लाभ 41 प्रतिशत बढ़कर 3,623 करोड़ रुपये रहा. कंपनी ने इस दौरान 826 नये स्टोर जोड़े, जिससे उसके दुकानों की संख्या बढ़कर 12,711 पहुंच गयी.


हालांकि कोविड संक्रमण बढ़ने से कंपनी क खुदरा कारोबार अप्रैल में प्रभावित हुआ है. इस दौरान ग्राहकों के स्टोर में आने की संख्या 35 से 40 प्रतिशत कम हुई है. पेट्रोरसायन मार्जिन में सुधार बना हुआ है. लेकिन कोविड के कारण रिफाइनरी निम्न क्षमता पर काम कर रही है. इससे तेल और रसायन कारोबार का कर पूर्व लाभ (ईबीआईटीडीए) 4.6 प्रतिशत घटकर 11,407 करोड़ रुपये रहा. 


पूरे वित्त वर्ष 2020-21 में रिलायंस इंडस्ट्रीज का शुद्ध लाभ करीब 35 प्रतिशत बढ़कर 53,739 करोड़ रुपये रहा जबकि आय 18.3 प्रतिशत बढ़कर 5,39,238 करोड़ रुपये रही. वित्तीय परिणाम के बारे में रिलायंस इंडस्ट्रीज के चेयरमैन और प्रबंध निदेशक मुकेश अंबानी ने कहा, ‘‘हमने तेल और रसायन तथा खुदर क्षेत्र में अच्छा सुधार दर्ज किया है. जबकि डिजिटल सेवा कारोबार (रिलायंस जियो समेत) में मजबूत वृद्धि हुई है.’’


उन्होंने कहा कि कोविड संकट से जहां एक तरफ आजीविका पर प्रतिकूल असर पड़ा है, रिलायंस ने करीब 75,000 लोगों को नौकरियां दी. हालांकि उन्होंने इस बारे में विस्तार से कुछ नहीं बताया.


अंबानी ने कहा, ‘‘यह भारत के लिये असाधारण चुनौतियों वाला समय है. हमारी इस समय प्राथमिकता देश और समुदाय को कोविड संकट से बाहर निकालने की है. हमने महामारी की रोकथाम के लिये चलाये जा रहे अभियान को मजबूती प्रदान करने को लेकर अपना बेहतरीन संसाधन लगाया है. जामनगर स्थित हमारे संयंत्र चिकित्सा में उपयोग होने वाले ऑक्सीजन उत्पादन कर रहे हैं, जो इस समय कई राज्यों के लिये काफी महत्वपूर्ण है.’’


कंपनी का सकल कर्ज मार्च 2021 के अंत में घटकर 2,51,811 करोड़ रुपये पर आ गया जो दिसंबर 2020 के अंत में 2,57,413 करोड़ रुपये था. वहीं कंपनी के पास नकद राशि बढ़कर 2,54,019 करोड़ रुपये पहुंच गयी जो इससे पहले, 2,20,524 करोड़ रुपये थी.


 


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