नई दिल्ली: आज रिलायंस इंडस्ट्रीज की 40वीं एजीएम में चेयरमैन और मैनेजिंग डायरेक्टर मुकेश अंबानी ने ऐलान किया है कि कंपनी अपने शेयरधारकों को हर एक शेयर के बदले एक बोनस शेयर जारी करेगी. मुकेश अंबानी ने आज 1:1 के अनुपात में बोनस शेयर देने की घोषणा करते हुए कहा कि यह देश का सबसे बड़ा बोनस इश्यू होगा. कहा जा सकता है कि ऐसा बोनस देकर रिलायंस ने अपने शेयरधारकों को अब तक का सबसे बंपर तोहफा दिया है.


आरआईएल के चेयरमैन-एमडी मुकेश अंबानी ने एजीएम में 13 रुपये प्रति शेयर डिविडेंड देने का भी ऐलान किया. देश में निजी क्षेत्र की इस सबसे बड़ी कंपनी ने 12 साल पहले अपने ग्राहकों को बोनस शेयर दिया था. 40 साल में रिलायंस देश की सबसे बड़ी कंपनी बन चुकी है.

जहां आज रिलायंस इंडस्ट्रीज की एनुअल जनरल मीटिंग हुई वहीं कल रिलायंस इंडस्ट्रीज ने अपने पहली तिमाही के नतीजों का भी ऐलान किया था. वित्त वर्ष 2017-18 की पहली तिमाही (अप्रैल-जून) में तेल से लेकर टेलीकॉम सेक्टर में कारोबार कर रही रिलायंस इंडस्ट्रीज ने उम्मीद से बेहतर प्रदर्शन किया है.


Reliance का मुनाफा 28% बढ़ा
चालू वित्त वर्ष की अप्रैल-जून तिमाही में रिलायंस इंडस्ट्रीज लिमिटेड (आरआईएल) का शुद्ध लाभ 28 फीसदी उछलकर 9108 करोड़ रुपये रहा है. रिफाइनरी और पेट्रोकेमिकल मार्जिन बढ़ने से कंपनी का मुनाफा इतनी तेजी से बढ़ा है.

ग्रॉस रिफाइनिंग मार्जिन 9 साल के उच्च स्तर पर
रिलायंस इंडस्ट्रीज ने एक बयान में कहा कि वित्त वर्ष 2017-18 की पहली तिमाही में कंपनी का शुद्ध लाभ 28 फीसदी बढ़कर 9108 करोड़ रुपये यानी 30.8 रुपये प्रति शेयर रहा जो इससे पहले वित्त वर्ष 2016-17 की अप्रैल-जून तिमाही में 7113 करोड़ रुपये यानी 24.1 रुपये प्रति शेयर पर था. कंपनी के मुताबिक मजबूत रिफाइनिंग और पेट्रोकेमिकल मार्जिन से जून तिमाही में कंपनी को ज्यादा ऑपरेटिंग मुनाफा हुआ. इस दौरान आरआईएल का ग्रॉस रिफाइनिंग मार्जिन 11.5 डॉलर प्रति बैरल रहा जो 9 साल का उच्च स्तर है.

पेट्रोकेमिकल में अब तक का सबसे ज्यादा एबिटा
आरआईएल का ग्रॉस रिफाइनिंग मार्जिन 11.5 डॉलर प्रति बैरल रहा जो 9 साल का उच्च स्तर है. इससे पूर्व वित्त वर्ष 2016-17 की इसी तिमाही में मार्जिन 11.5 डॉलर प्रति बैरल था. पेट्रोकेमिकल में ब्याज और टैक्स से पहले (ईबीआईटी) मार्जिन 15.8 फीसदी रहा जो अब तक का कंपनी का सबसे ज्यादा एबिटा है. कंपनी की आय 2017-18 की पहली तिमाही में 26.7 फीसदी बढ़कर 90,537 करोड़ रुपये रही.

आरआईएल के रिटेल कारोबार में भी अच्छी बढ़त हुई और इस मद में कंपनी की आय 73.6 फीसदी बढ़कर 11,571 करोड़ रुपये रहा.



रिलायंस जियो से बढ़ा कर्ज
हालांकि कल आरआईएल ने टेलीकॉम वेंचर रिलायंस जियो के बारे में विस्तृत ब्योरा नहीं दिया पर रिलायंस इंडस्ट्रीज ने आज अपनी 40वीं एनुअल जनरल मीटिंग में बताया है कि जियो के आने के बाद भारत अब मोबाइल डेटा यूज में चीन, अमेरिका से आगे निकल चुका है. रिलायंस जियो ने दूरसंचार कारोबार पिछले साल सितंबर में शुरू करने के बाद आरआईआल पर कर्ज बढ़ा है और कंपनी के हाथ की नकदी कम हुई है. कंपनी पर 30 जून को खत्म तिमाही में कर्ज बढ़कर 200,674 करोड़ रुपये पहुंच गया जो 31 मार्च 196,601 करोड़ रुपये था. वहीं कंपनी के पास कैश इस अवधि में कम होकर 72,107 करोड़ रुपये हो गया जो इससे पिछली मार्च तिमाही में 77,226 करोड़ रुपये था.

रिलायंस इंडस्ट्रीज ने बालाजी टेलीफिल्मस में भी खरीदा हिस्सा
रिलायंस इंडस्ट्रीज ने बालाजी टेलीफिल्मस में 24.9 फीसदी हिस्सा खरीदा है. कंपनी ने कल अपने तिमाही नतीजों के साथ ही इस बड़ी डील का एलान किया था. इस सौदे के तहत कंपनी 413 करोड़ रुपये में 24.9 फीसदी हिस्सा खरीद रही है. ये सौदा 164 रुपये प्रति शेयर के भाव पर हुआ है.

सौदे के तहत बालाजी टेलीफिल्म्स की ओर से रिलायंस इंडस्ट्रीज को 2.52 करोड़ प्रेफरेंशियल शेयर जारी किए जाएंगे. वहीं इस सौदे के बाद बालाजी टेलीफिल्म्स के बोर्ड में रिलायंस इंडस्ट्रीज के दो डायरेक्टर शामिल होंगे. बालाजी टेलीफिल्म्स की ज्वाइंट डायरेक्टर एकता कपूर ने कहा कि इस सौदे से दोनों कंपनियों को फायदा होगा.

रिलायंस इंडस्ट्रीज का सफर
आरआईएल की एजीएम में आज मुकेश अंबानी ने बताया कि बीते 40 साल में कंपनी में निवेश करने वाले का पैसा हर ढाई साल बाद दोगुना हुआ. उन्होंने कहा कि जिन्होंने 1997 में 1,000 रुपये लगाए तो आज वे 16,54,503 रुपये हो गए, यानि उनके धन में 1,600 गुना इजाफा हुआ. मुकेश अंबानी ने बताया कि रिलायंस का बाज़ार 40 साल में 10,000 से 5 लाख करोड़ हुआ है. रिलायंस का कुल धन 7,00,000 करोड़ बढ़ा है. मुकेश अंबानी ने बताया कि कंपनी का टर्नओवर 1977 में 70 करोड़ था जो अब 330,000 करोड़ हो चला है.