Reliance Industries Bond Sale: मुकेश अंबानी के स्वामित्व वाली दिग्गज कंपनी रिलायंस इंडस्ट्रीज ने देश की सबसे बड़ी बॉन्ड सेल लाने का फैसला किया है. इस बॉन्ड सेल के जरिए कंपनी बाजार से लगभग 20 हजार करोड़ रुपये जुटाएगी. किसी नॉन BFSI प्राइवेट कंपनी की तरफ से आने वाला यह सबसे बड़ा ऑफर है. रिलायंस द्वारा 2020 के बाद पहली बार ऐसा कदम उठाया जा रहा है.
09 नवंबर 2023 को होगी सेल
बीएसई (BSE) के बॉन्ड प्लेटफॉर्म पर 09 नवंबर को 10.30 से लेकर 11.30 बजे तक इलक्ट्रोनिक बुक मैकेनिज्म के अंतर्गत इन नॉन कनवर्टिबल डिबेंचर्स (NCD) की सेल होगी. इकोनॉमिक टाइम्स की खबर के मुताबिक, इस इश्यू का बेस साइज 10 हजार करोड़ रुपये और ग्रीन शू ऑप्शन 10 हजार करोड़ रुपये होगा.
10 वर्ष होगी बॉन्ड्स की मैच्योरिटी अवधि
इन बॉन्ड्स की मैच्योरिटी अवधि 10 वर्ष की होगी. इन्हें क्रिसिल (Crisil) और केयर रेटिंग्स (Care Ratings) ने AAA रेटिंग दी है. यह बॉन्ड आंशिक रूप से भुगतान योग्य, सुरक्षित, प्रतिदेय और गैर-परिवर्तनीय डिबेंचर हैं. इन्हें रिलायंस द्वारा जारी या जारी किए जाने वाले मौजूदा या भविष्य के सुरक्षित ऋण या एनसीडी (NCD) के बराबर रैंक दी गई है.
गैर बैंकिंग भारतीय कॉरपोरेट का सबसे बड़ा ऑफर
यदि इस बॉन्ड सेल के जरिए रिलायंस ने 20 हजार करोड़ रुपये जुटा लिए तो यह किसी गैर बैंकिंग एवं वित्तीय भारतीय कॉरपोरेट द्वारा सबसे बड़ी सफलता होगी. इससे पहले HDFC ने HDFC बैंक में मर्जर से पूर्व बॉन्ड्स के जरिए 25 हजार करोड़ रुपये जुटाए थे.
कर्ज को रीस्ट्रक्चर किया जा सकता है
इससे पहले रिलायंस से अप्रैल 2020 में 05 साल के बॉन्ड जारी कर 2795 करोड़ रुपये जुटाए थे. नए बॉन्ड्स से मिलने वाले पैसे का इस्तेमाल हालिया कर्ज को रीस्ट्रक्चर करने पर किया जाएगा. बॉन्ड इश्यू करने का यह फैसला उस समय लिया गया है, जब रिलायंस जियो देशभर में 5G सर्विस के विस्तार पर काम कर रही है.
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