TRAI Data: 37 लाख ग्राहकों ने अक्टूबर में साथ छोड़ा, फिर भी रिलायंस जियो के लिए क्या है राहत की बात
Mobile Tariff Hike: जून 2024 के आखिरी हफ्ते में टेलीकॉम कंपनियों ने टैरिफ बढ़ा दिया. उसके बाद से जियो के सब्सक्राइबर्स बेस में 16.48 मिलियन की कमी आई है.
Reliance Jio Subscriber Base: टेलीफोन रेगुलेटर टेलीकम्यूनिकेशन रेगुलेटरी अथॉरिटी ऑफ इंडिया यानी ट्राई का हर महीने आने वाला डाटा किसी कंपनी को रुलाता है तो किसी को हंसाता है. यह भी बताता है कि किस टेलीकॉम कंपनी की तरंगें उछाल मार रही हैं तो कौन सी कंपनी का नेटवर्क कमजोर है. यह भी अंदाजा लग जाता है कि ग्राहक किस कंपनी की सेवाओं को अधिक पसंद कर रहे हैं और किस कंपनी की सेवाओं को कम. इससे यह भी पता चल जाता है कि देश में दूरंसचार क्रांति किस ओर जा रही है और कौन से इलाके किस तरह से इस क्रांति का फायदा उठा रहे हैं. क्योंकि इनफॉर्मेशन रिवॉल्यूशन को तो आखिर दूरसंचार क्रांति की पीठ पर सवार होकर ही आगे की यात्रा तय करनी है.
रिलायंस जियो के एक्टिव यूजर में हुआ इजाफा
ट्राई के आंकड़े बताते हैं कि अक्टूबर महीने में 37 लाख ग्राहकों ने रिलायंस जियो का साथ छोड़ दिया है. भारत की सबसे बड़ी मोबाइल ऑपरेटर कंपनी रिलायंस जियो को इस दौरान 37 लाख 60 हजार सब्सक्राइबर का नुकसान हुआ है. सितंबर में जियो के वायरलेस ग्राहकों की संख्या 46 करोड़ 37 लाख थी, जो अक्टूबर में घटकर 46 करोड़ रह गई है. जियो के कुल ग्राहकों की संख्या में लगातार कमी दर्ज किए जाने के बाद भी एक्टिव यूजर बेस काफी मजबूत बना हुआ है. जो कंपनी के कारोबारी रुझान को अच्छा बता रहा है. हालांकि एक मोर्चे पर कंपनी के लिए थोड़ी राहत की बात भी है.
घट रहा वोडाफोन आइडिया का यूजर बेस
जियो ने भारती एयरटेल की तुलना में 38 लाख 47 हजार अधिक यूजर जोड़े हैं. भारती एयरटेल ने अक्टूबर के दौरान एक्टिव यूजर बेस में 27 लाख 23 हजार जोड़ने के बाद भी रिलायंस जियो से पिछड़ गई है. बाजार की तीसरी सबसे बड़ी कंपनी वोडाफोन आइडिया को अक्टूबर में कुल ग्राहक संख्या में 19 लाख 77 हजार का नुकसान हुआ है. इसके एक्टिव यूजर में भी सात लाख 23 हजार की कमी आई है.
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