नई दिल्लीः मुकेश अंबानी की कंपनी रिलायंस इंडस्ट्रीज लिमिटेड (RIL)  150  अरब डॉलर की कंपनी बन गई. रिलायंस 150 अरब डॉलर यानी लगभग 11,43,667 करोड़ रुपये के मार्केट कैपिटलाइजेशन वाली पहली भारतीय कंपनी बन गई. सोमवार को शेयर बाजार में कारोबार की शुरुआत के वक्त कंपनी का मार्केट कैपिटलाइजेशन 28,248.97 करोड़ रुपये बढ़ कर 11,43,667 करोड़ रुपये हो गया था.


शुक्रवार को रिलायंस इंडस्ट्रीज 11 लाख करोड़ की बाजार पूंजी वाली कंपनी बन गई. इसके पहले रिलायंस इंडस्ट्रीज के चेयरमैन मुकेश अंबानी ने कंपनी के कर्ज मुक्त होने का ऐलान किया था. उन्होंने कहा था कि हमने कंपनी को कर्ज मुक्त करने के लिए मार्च, 2021 का लक्ष्य रखा था, लेकिन वक्त से बहुत पहले ही कंपनी कर्ज मुक्त हो गई. रिलायंस के कर्ज मुक्त होने के ऐलान के बाद इसके शेयर छह फीसदी तक चढ़ गए.


जियो फ्लेटफॉर्म में विदेशी निवेशक के निवेश से मिली मजबूती 


रिलायंस के जियो प्लेटफॉर्म्स में अब तक लगातार दस निवेशकों ने निवेश किया. सबसे नया निवेशक सऊदी अरब का पब्लिक इनवेस्टमेंट फंड (PIF) है. इसने इसकी 2.32 फीसदी हिस्सेदारी 11,367 करोड़ रुपये में खरीदी है. लगातार नौवें सप्ताह में जियो प्लेटफॉर्म्स में यह दसवीं हिस्सेदारी है. जियो प्लेटफॉर्म अब तक अपनी 24.70 फीसदी हिस्सेदारी बेच कर 1.6 लाख करोड़ रुपये जुटा चुका है.


PIF ने जियो प्लेटफॉर्म्स में 11,367 करोड़ रुपये के निवेश की घोषणा की और इस निवेश के तहत ये जियो प्लेटफॉर्म्स की 2.32 फीसदी हिस्सेदारी ले पाएगी.


इससे पहले रिलायंस जियो ने लगातार 10 बड़ी डील के जरिए कई साझेदारी की है और इसमें सबसे बड़ा नाम फेसबुक का है. 22 अप्रैल को फेसबुक के 9.99 फीसदी हिस्सेदारी खरीदने के एलान के बाद सिल्वर लेक, विस्टा इक्विटी, जनरल अटलांटिक, केकेआर, मुबाडला और अबू धाबी इन्वेस्टमेंट अथॉरिटी, टीपीजी और एल कैटरटन ने जियो में निवेश करने का एलान किया था. इससे रिलायंस इंडस्ट्रीज को काफी मजबूती मिली है.




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