Reliance Retail: दिवाली पर रिलायंस रिटेल का शानदार ऑफर, अब स्टोर पर मिलेंगी देश की मशहूर पारंपरिक मिठाइयां
Reliance Retail Becomes Multibrand Halwai: असंगठित मिठाई बाजार करीब 50 हजार करोड़ रुपये का माना जाता है. रिलायंस मिठाई बाजार में बड़ा अवसर देख रही है.
Reliance Retail: इस दिवाली जब आप शॉपिंग करने रिलायंस रिटेल स्टोर्स पर जायेंगे तो आपको देश के 50 से अधिक नामी गिरामी हलवाईयों की मिठाइयां मिलेगी. पारंपरिक हलवाईयों की दुकानों पर भीड़ तो बहुत लगती थी पर देश के मिठाई बाजार तक उनकी पहुंच नही थी. रिलायंस रिटेल के साथ मिलकर ये प्रसिद्ध और पारंपरिक हलवाई अब क्षेत्रीय बाजारों से निकल कर अपनी विशिष्ट मिठाईयों के जरिए देश भर के ग्राहकों का स्वाद बढ़ा रहे हैं. हलवाई अब पैक्ड मिठाई के साथ भी कई नए प्रयोग कर रहे हैं.
अजमेर के चव्वनीलाल हलवाई की कहानी भी देश के मशहूर लेकिन सीमित बाजार में काम करने वाले हजारों हलावाईयों जैसी ही थी. दुकान के बाहर सुबह से ही खरीददारों की लाइन लग जाती है. चव्वनीलाल सरीखे हलवाईयों की मिठाई और नमकीन की शेल्फ लाइफ बढ़े और ग्राहकों को एकदम ताजा मिठाइयां मिले इसके लिए रिलायंस रिटेल पारंपरिक हलवाईयों के साथ मिलकर काम कर रहा है.
चव्वनीलाल की नई पीढ़ी 70 साल पुरानी दुकान की मिठाईयों और नमकीन को अजमेर की गलियों से निकाल कर देश के कोने कोने में पहुंचाना चाहती हैं. कारोबार संभाल रहे 34 वर्षिय हितेश कहते हैं कि “हमारे पास कई बड़े प्रतिष्ठानों से रिटेल आउटलेट खोलने के प्रस्ताव आए हैं, लेकिन इस कारोबार में बहुत अधिक पूंजी लगती है. उन्होंने बताया कि रिलायंस के साथ पार्टनरशिप के बाद से बिक्री दोगुनी हो गई है क्योंकि कंपनी ने हमें ऑटोमेशन और बड़े पैमाने पर उत्पादन की जानकारी दी है. हमारी दुकान को रिलायंस रिटेल ने एक राष्ट्रीय दुकान बना दिया है.
मशहूर मिठाईयों में कलेवा का ‘तिल बेसन लड्डू’, घसीटाराम का ‘मुंबई हलवा’, प्रभुजी का ‘दरबेश लड्डू और मेथीदाना लड्डू’, दूध मिष्टन भंडार (डीएमबी) का ‘मालपुआ’ और लाल स्वीट्स का मैसूर पाक और धारवाड़ पेड़ा रिलायंस रिटेल के स्टोर्स पर उपलब्ध है. चवन्नीलाला हलवाई का मशहूर कचौरा और चॉकलेट बर्फी जल्द ही रिलायंस स्टोर पर दिखाई देगी.
भारतीय परांपरिक पैक्ड मिठाई बाजार लगभग 4,500 करोड़ रुपये का है और अगले कुछ वर्षों में इसके 13 हजार करोड़ रु हो जाने का अनुमान है. जबकि असंगठित मिठाई बाजार करीब 50 हजार करोड़ रुपये का माना जाता है. रिलायंस संगठित मिठाई बाजार में बड़ा अवसर देख रही है. रिलायंस रिटेल के ग्रोसरी रिटेल के सीईओ दामोदर मल्ल ने कहा, "हम भारत में सबसे बड़ा मल्टी-ब्रांड हलवाई बनना चाहते हैं. उन्होंने कहा कि पारंपरिक मिठाइयां किसी खास इलाके में सिमटकर न रह जाएं यह देश के कोने कोने में पहुंचें जैसे पश्चिम बंगाल और उड़ीसा का रसगुल्ला तमिलनाडु के ग्राहक का मुंह मीठा कर सकता है.
पारंपरिक मिठाईयों की बिक्री बढ़ाने के लिए रिलायंस रिटेल ने स्टोर्स में मल्टीपल बे और फ्री स्टैंडिंग यूनिट्स बनाई है. जैसा चॉकलेट बेचने के लिए रिटेल स्टोर्स करते हैं. रिलायंस रिटेल क्षेत्रीय मिठाई निर्माताओं को सिंगल-सर्व पैक विकसित करने में भी मदद कर रहा है. अगर ग्राहक चाहे तो घाना की डार्क चॉकलेट की जगह देसी मैसूर पाक या लड्डू का एक छोटा पैक खरीद सकता है.
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